राम रक्षा स्तोत्र का पाठ संकटों से मुक्ति दिलाता है और सुख-समृद्धि लाता है. मान्यता है कि "काल के मुँह से व्यक्ति को बचाने की जो प्रक्रिया है वह राम रक्षा स्तोत्र के अंदर निहित है." इस स्तोत्र की रचना बुद्ध कौशिक ऋषि ने भगवान शिव की प्रेरणा से की थी, और नागपुर के रामटेक धाम का भी उल्लेख है जहाँ भगवान राम ने वनवास के दौरान निवास किया था.