‘प्रार्थना हो स्वीकार’ के इस विशेष एपिसोड में श्रीमद् भगवद गीता की महिमा का वर्णन है, जिसे केवल एक धर्मग्रंथ नहीं, बल्कि कलयुग में जीवन जीने की एक शैली बताया गया है. इसमें श्री कृष्ण और अर्जुन के संवाद, 700 श्लोकों और 18 अध्यायों के माध्यम से कर्म, धर्म और मोक्ष के रहस्यों को उजागर किया गया है. कार्यक्रम में एक विद्वान कहते हैं, ‘यह पुराण हमें यह भी बताता है कि हम स्नेहजनों के साथ अपने जनों के साथ भौतिकता के साथ साथ कैसे हम ईश्वर के प्रति अपने आप को समर्पित कर सकते हैं.’ गीता को उपनिषदों का सार माना गया है, जिसके पाठ और श्रवण से सभी दुखों का निवारण होता है. इसमें गीता जयंती के महत्व, पूजन की सही विधि और इस माह में दान के फलकारी महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है, जो मानव को सांसारिक जीवन में रहते हुए भी मोक्ष का मार्ग दिखाता है.