प्रार्थना हो स्वीकार कार्यक्रम में शिवलिंग की पूजा के महत्व और नियमों पर जानकारी दी गई। शिवलिंग को भगवान शंकर का निराकार स्वरूप माना जाता है। ज्योतिषी बताते हैं कि शिवलिंग की आराधना से शिव और शक्ति दोनों के पूजन का फल मिलता है। कार्यक्रम में बताया गया कि धरती पर शिव ही एकमात्र ऐसे भगवान हैं जिनसे भक्त अपने सुख-दुख बांट सकते हैं और समस्याओं का हल पा सकते हैं।