वरुथिनी एकादशी सेहत और संपन्नता देने वाली मानी गई. वैसे तो हर एकादशी अपने आप में महत्वपूर्ण है, फिर भी हर एकादशी की अपने आप में कुछ अलग महिमा भी है. इस एकादशी के व्रत से व्यक्ति को समृद्धि और सौभाग्य मिलता है. इस दिन भगवान के मधुसूदन स्वरूप की उपासना की जाती है. रात में जागरण करके उपासना करने से जीवन मंगलमय होता है. इस दिन श्री वल्लभाचार्य का जन्म भी हुआ था. इस बार वरुथिनी एकादशी 16 अप्रैल को मनाई जायेगी.
In this episode of Prarthna Ho Swikaar, we explain the significance and puja vidhi for Varuthini Ekadashi and much more about it.