फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता. इसे आंवला एकादशी और रंगभरी एकादशी भी कहते हैं. इस बार रंगभरी एकादशी का पर्व 3 मार्च शुक्रवार को मनाया जाएगा. आमलकी एकादशी पर भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा का विधान है. साल में ये एकमात्र ऐसी एकादशी है जिसमें श्रीहरि विष्णु जी के अलावा भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा भी की जाती है.
In this episode of Prarthna Ho Swikaar, we explain the significance of Rangbhari Ekadashi which is also known as Amalaki Ekadashi.