वैशाख पूर्णिमा १२ मई को है, यह दिन चंद्रमा और मन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने तथा स्नान, दान और ध्यान से ईश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है. इसी तिथि पर भगवान बुद्ध का जन्म, बुद्धत्व प्राप्ति व निर्वाण हुआ था और श्री हरि ने कच्छप अवतार लिया था. एक विशेषज्ञ ने बताया, "चंद्रमा मन का कारक है," और इस दिन विशेष पूजा, दान तथा "ओम नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र जाप की सलाह दी.