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Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025: द्विजप्रिय संकष्ठी चतुर्थी कब ? जानिए सही तिथि, पूजन विधि और महत्व

संकष्ठी चतुर्थी पर की गई पूजा उपासना परम कल्याणकारी और शुभकारी है. फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. संकष्टी का अर्थ है, संकट से मुक्ति मिलना. मान्यता है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिव्य अवसर पर विघ्न विनाशक भगवान श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से जीवन में आने वाली समस्त प्रकार की विघ्न-बाधाओं का निवारण होता है. संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के भक्तगण सूर्योदय से चन्द्रोदय तक कठिन व्रत का पालन करते हैं.