शनिदेव इस कलियुग के न्यायकर्ता है. कहते हैं शनि खुश तो यशवान बनाते हैं और शनि नाराज हों तो अपयश देते हैं. मान्यता है कि सूर्य राजा, बुध मंत्री, मंगल सेनापति, शनि न्यायाधीश और राहु-केतु प्रशासक हैं. जब भी समाज में कोई व्यक्ति अपराध करता है तो शनि उसको उसके बुरे कर्मों की सजा देते हैं, राहु और केतु दंड देने के लिए सक्रिय हो जाते हैं. शनि की अदालत में दंड पहले दिया जाता है और बाद में मुकदमा इस बात पर चलता है कि दंड की अवधि बीतने के बाद इसे फिर से खुशहाली दी जाए या नहीं.
In this episode of Prarthna Ho Swikaar we explain why is Shani Dev considered as judge and much more about Shani (Saturn).