जब राधाअष्टमी का त्योहार करीब आता है तो राधे के भक्त राधे की धुन में सराबोर हो जाते हैं. राधाष्टमी ही वह दिन होता है जब भक्त राधा रानी के चरणों के शुभ दर्शन प्राप्त करते हैं, क्योंकि दूसरे दिनों में राधा के पैर ढके रहते हैं. लाडली के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाने की तैयारी यहां पहले से ही शुरु हो जाती है. राधाष्टमी भगवान और मनुष्य के बीच एक अद्वितीय संबंध का प्रतीक है, जो श्रीकृष्ण और राधारानी के निःस्वार्थ दैवीय प्रेम बंधन को दर्शाता है. मान्यता है कि राधाष्टमी का व्रत व पूजन करने से घर पर सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली आती है. कैसे करनी है आपको राधा अष्टमी पर श्री राधा की पूजा.
When the festival of Radha Ashtami approaches, the devotees of Radhe get drenched in the melody of Radhe. Radhashtami is the day when devotees get auspicious darshan of Radha Rani's feet, as on other days Radha's feet are covered. The preparations for celebrating the birthday of Ladli with pomp start here already.