कहते हैं कि भक्ति के रंग से गाढ़ा और गहरा कोई दूसरा रंग नहीं होता और अगर भक्ति के इस रंग की एक झलक देखनी हो तो बांके बिहारी की नगरी ब्रज जरूर जाएं. क्या स्त्री, क्या पुरुष, क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग, हर कोई कान्हा के रंग में ही रंगा नजर आएगा. कहते हैं कि कान्हा की भक्ति में जितना डूबते जाओगे, उतना ही भव सागर से पार होते जाओगे.
The celebration of the festival of colours, Holi, has begun across several parts of the country. Watch this show to know more.