scorecardresearch

शुभ मंगल सावधान

किस दिन नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है, जानिए सबकुछ

17 सितंबर 2025

शुरुआत करते हैं नवरात्र से जो इस साल बेहद खास है। क्योंकि 9 दिनों की बजाय पूजा 10 दिन चलेगी। ये शुभ संयोग क्यों अहम है। ये जानना आपके लिए जरूरी है। इसके अलावा किस दिन नवरात्र की शुरुआत हो रही है, और अष्टमी नवमी की तिथि किस तारीख को है. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है. ये सब आपको बता रहे अपनी इस रिपोर्ट में.

गुजरात में गरबा की तैयारियां जोरों पर, हफ्ते भर पहले से ही जमकर हो रही प्रैक्टिस, रिपोर्ट में देखिए कैसा होगा इसबार का आयोजन

16 सितंबर 2025

हम बात कर रहे हैं नवरात्र की। 6 दिनों के बाद आदि शक्ति की पूजा अराधना का पर्व शुरू हो रहा है। इसके लिए देशभर में तैयारियां चल रही हैं। गुजरात में देवी की पूजा के साथ गरबा की परंपरा है। और हफ्ते भर पहले से ही इसकी जमकर प्रैक्टिस हो रही है। आज आपको गरबा की तैयारियां दिखाएंगे। इसके साथ ही दिल्ली के सीआर पार्क में बन रहे भव्य पंडाल की झलक दिखाएंगे। दिल्ली में दुर्गा पूजा के सबसे बडे केन्द्र में नवरात्र की कैसी है तैयारी आपको बताएंगे। और आखिर में चलेंगे अयोध्या, जहां दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया जाना है। दीपोत्सव पर पहली बार अंतराष्ट्रीय लेवल की ग्रीन आतिशबाजी की तैयारी है।कैसा होगा ये आयोजन, आपको विस्तार से बताएंगे

इस बार लालकिले के मैदान में लवकुश रामलीला का सेट किया जा रहा तैयार, देखिए किस तरह की है तैयारियां

15 सितंबर 2025

दिल्ली में रामलीला की जबरदस्त तैयारी है. रामलीला के मंचन में अब चंद रोज ही बाकी है। इसलिए रामलीला कमेटियां जोर शोर से इसकी तैयारी में जुटी हैं। हमेशा की तरह सबसे ज्यादा चर्चा लवकुश रामलीला की है। इस बार लालकिले के मैदान में सोमनाथ मंदिर की तरह सेट तैयार किया जा रहा है। इस बार भी कई बड़े एक्टर रामलीला के मंच पर नजर आएंगे। दिल्ली में तैयारियां चल रही हैं तो वही भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में राम महोत्सव की शुरुआत हो गई है। देखिये ये रिपोर्ट

INS अरावली से हिंद महासागर में भारत की धाक, तेजस Mark 1A से आसमान में राज! देखिए

12 सितंबर 2025

आज गुरुग्राम में भारतीय नौसेना में आईएनएस अरावली को शामिल किया गया. यह एक नौसैनिक अड्डा है जो समुद्र से सैकड़ों किलोमीटर दूर होने के बावजूद हिंद महासागर की सुरक्षा में भूमिका निभाएगा. नौसेना प्रमुख ने इसे कमीशन किया. आईएनएस अरावली का नाम अरावली पर्वत श्रृंखला पर रखा गया है और इसका आदर्श वाक्य 'सामुद्रिक सुरक्षा या सहयोगम' है. यह पारंपरिक नौसैनिक बेस की तरह जहाजों को डॉक नहीं करेगा, बल्कि एक अत्याधुनिक समन्वय केंद्र के रूप में काम करेगा. इसमें एआई आधारित सिस्टम और बिग डेटा एनालिसिस सिस्टम लगा है जो मित्र और संदिग्ध जहाजों की पहचान करेगा. एक वक्ता ने कहा, "आईएनएस अरावली के माध्यम से हम इस जिले में होने वाले और हमारे हिंद महासागर क्षेत्र में सभी समुद्री गतिविधियों होने वाली हम अच्छी तरह से नजर रख पाएंगे" यह बेस दुनिया के 25 देशों के 43 मल्टीनेशनल सेंटरों से लाइव फीड हासिल करेगा. यह समुद्री डकैती, आतंकवाद, मानव तस्करी और अवैध मछली पकड़ने जैसी गैरकानूनी गतिविधियों पर निगरानी रखेगा. हिंद महासागर व्यापार और रणनीति दोनों दृष्टियों से अहम है, जहां चीन अपना दबदबा बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. इसके अलावा, भारतीय वायुसेना को जल्द ही तेजस मार्क 1ए फाइटर जेट मिलने जा रहे हैं. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड अक्टूबर 2025 में पहले दो तेजस मार्क 1ए वायुसेना को सौंपेगा. यह 4.5 जेनरेशन का स्वदेशी मल्टी रोल लड़ाकू विमान है जो पाकिस्तान के जेएफ-17 और चीन के जे-10सी को मात देने की क्षमता रखता है.

नेपाल में जिंदगी को पटरी पर लाने की बड़ी कवायद शुरू, युवाओं ने संभाली देश संवारने की कमान, देखिए रिपोर्ट

11 सितंबर 2025

नेपाल में आंदोलन के बाद अब जिंदगी पटरी पर लौट रही है। राजधानी काठमांडू समेत देश के दूसरे हिस्सों में युवा साफ-सफाई अभियान में जुटे हैं। स्थानीय लोग खुद सड़कों पर फैले मलबे को हटा रहे हैं। एक नागरिक ने कहा, 'कल जो किया था ना वो भी आवश्यक था। ये जो कर रहे है ना ये भी आवश्यक था जो समय वो हमने कर दिया है, ये हमारे काम था, हम खुद कर लेंगे। जो भी होता है अच्छे के लिए होता है, है ना?' इस पहल में महिलाएं भी भागीदारी कर रही हैं.

भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत, INS तमाल पहुंचा भारत, जानिए इस घातक युद्धपोत के बारे में

11 सितंबर 2025

भारतीय नौसेना को सबसे घातक युद्धपोतों में से एक आई एन एस तमाल मिल गया है। रूस से चलकर यह युद्धपोत कर्नाटक के करवार नौसेना बेस पहुंचा है। आई एन एस तमाल तलवार क्लास का आठवां और तुशील क्लास का दूसरा वार्शिप है, जो ब्रह्मोस मिसाइल से लैस है। यह मल्टी-रोल युद्धपोत दुश्मनों को पल भर में पस्त करने की क्षमता रखता है। इसकी गिनती दुनिया के सबसे घातक स्टेल्थ गाइडेड मिसाइलों में होती है। आई एन एस तमाल भारतीय नौसेना का आखिरी आयातित युद्धपोत है, जिसके बाद भारत पूरी तरह स्वदेशी निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा.

राम मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में, इस साल के आखिर तक सभी काम पूरे करने का है लक्ष्य, देखिए ये रिपोर्ट

10 सितंबर 2025

राम मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है और इस साल के आखिर तक सभी काम पूरे करने का लक्ष्य है। अक्टूबर में दीपोत्सव से पहले बाउंड्री और मुख्य द्वार जैसे अहम कार्य संपन्न कर लिए जाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में चल रहे कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा करने पर जोर दिया गया। 25 नवंबर को राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां भी चल रही हैं। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 12,000 से अधिक जूते-चप्पल रखने की क्षमता वाला शू सेंटर बनाया गया है। सुरक्षा के लिए चार किलोमीटर लंबी बाउंड्री वॉल और 25 पुलिस वॉच टावर भी तैयार किए जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय का निर्माण भी अहम है, जिसमें भगवान राम की जीवन लीला को डिजिटल एपिसोड के रूप में दिखाया जाएगा। इस संग्रहालय में रामायण से जुड़ी मूल प्रतियों को रखने की योजना है। अयोध्या में अंगद टीले पर स्थापित नन्ही गिलहरी की भव्य प्रतिमा विशेष आकर्षण का केंद्र है। यह प्रतिमा रामसेतु का प्रतीक लिए प्रभु की ओर निहार रही है। यह मूर्ति संदेश देती है कि सच्ची सेवा में भावना और समर्पण ही सबसे बड़ी शक्ति है। अयोध्या रेलवे स्टेशन पर भी 15 फीट ऊंची गिलहरी की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस साल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव में एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।

PM मोदी 17 सितंबर को गया में करेंगे पिंडदान, जानें महत्व

09 सितंबर 2025

इस वर्ष पितृपक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण से हुई और समापन सूर्य ग्रहण के साथ होगा। भाद्रपद पूर्णिमा से अश्विन अमावस्या तक पूर्वजों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध किया जाता है। मान्यता है कि इससे पूर्वज प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक किए गए कार्य को श्राद्ध कहते हैं। इन 16 दिनों में पूर्वज धरती पर आते हैं। पितृपक्ष में श्राद्ध के लिए प्रयागराज, वाराणसी और गया जैसे स्थान महत्वपूर्ण हैं। बिहार के गया में पिंडदान का विशेष महत्व है, जहाँ प्रधानमंत्री 17 सितंबर को अपनी माँ की आत्मा की शांति के लिए विष्णु पथ मंदिर में पिंडदान करेंगे। पुराणों के अनुसार, गया में भगवान विष्णु पितृदेव के रूप में निवास करते हैं और यहाँ पिंडदान से पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। राजस्थान का पुष्कर सरोवर और हरिद्वार भी पिंडदान के लिए अहम हैं। एक वक्ता के अनुसार, जो श्रद्धापूर्वक अपने पितरों के लिए श्राद्ध करता है, वह अपने 100 पुत्रकूल और 100 मातृकूल का मोक्ष कर लेता है।

6 सितंबर को बप्पा की दी जाएगी भावुक विदाई, मुंबई में विसर्जन की भव्य तैयारी, देखिए ये रिपोर्ट

06 सितंबर 2025

बाप्पा की 10 दिन की पूजा के बाद शनिवार को होने वाली विदाई पर बात की। भक्तों के लिए यह लम्हा बेहद भावुक है, आँखें छलक रही हैं और मन उदास है। मुंबई और महाराष्ट्र के दूसरे हिस्सों में बाप्पा के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी। रवीना टंडन ने मंजीरे की ताल पर आरती की तो नवनीत राणा ने ढोल बजाया। मुंबई में गणपति विसर्जन के लिए बीएमसी और पुलिस ने जबरदस्त इंतजाम किए हैं, जिसमें हजारों पुलिसकर्मी, ड्रोन और क्रेन तैनात हैं.

बाप्पा की विदाई, अनोखे पंडाल और 'ऑपरेशन सिंदूर' का शौर्य! देखिए

05 सितंबर 2025

विशेष कार्यक्रम में आज गौरी गणेश की बात हो रही है, जहाँ बाप्पा की विदाई का समय आ गया है. 6 सितंबर को गणपति प्रतिमा का धूमधाम से विसर्जन होगा. अनंत चतुर्दशी के दिन कुछ खास नियमों और सावधानियों के साथ प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है. इस दिन उपवास रखना और विधिवत पूजन करना जरूरी है. पूजा में नारियल, शमी पत्र और धूप अर्पित करें. चमड़े की बेल्ट, घड़ी या पर्स पास में न रखें और नंगे पैर ही मूर्ति को ले जाएं. प्लास्टिक की मूर्ति का विसर्जन नहीं करें. विसर्जन के बाद हाथ जोड़कर गणपति से शुभ मंगल की प्रार्थना करें. मुंबई, महाराष्ट्र और गुजरात में अनोखे पंडाल सजे हैं. अमरावती में अक्षरधाम मंदिर का स्वरूप तो सूरत में थाईलैंड के कैंडी पार्क की थीम पर पंडाल बना है. घाटकोपर में पर्यावरण को ध्यान में रखकर कागज से 10 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई गई है. मंडल के पदाधिकारी ने बताया, "हमें गणपति ने हमें दी की बाबा इससे पर्यावरण का नुकसान ना करें, इसके लिए हम लोगों ने सोचा." एक पंडाल में भारतीय सशस्त्र सेना के शौर्य को 'ऑपरेशन सिंदूर' थीम के साथ दिखाया गया है, जहाँ ब्रह्मोस मिसाइल और मल्टी बैरल रॉकेट सिस्टम रखे गए हैं.

मुंबई समेत देशभर में में गणेशोत्सव की धूम, महादेव स्वरूप में विराजे बप्पा, देखिए

03 सितंबर 2025

देश और दुनिया में गणेशोत्सव की धूम जारी है, जहाँ गणपति पंडालों में शानदार रौनक देखने को मिल रही है। मुंबई के अंधेरी में एक अद्भुत गणपति प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसमें बप्पा ने महादेव का स्वरूप धारण किया है। यह प्रतिमा त्रिशूल और डमरू धारण किए नंदी पर सवार है, जिसकी ऊँचाई 40-45 फीट बताई जा रही है। यह प्रतिमा भगवान शिव और गणेश की पौराणिक कथा को याद दिलाती है, जहाँ स्वयं महादेव ने त्रिपुरासुर का वध करने के लिए गणेश जी की पूजा की थी।.