चांदी के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं, जिससे ग्राहकों और व्यापारियों के बजट प्रभावित हुए हैं. एक व्यापारी के अनुसार, यह दर अप्रत्याशित है और अगले पांच वर्षों में अपेक्षित नहीं थी. अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक तनाव, ब्रिक्स देशों की बढ़ती रुचि और औद्योगिक मांग को इस मूल्य वृद्धि का मुख्य कारण माना जा रहा है. सोने की ऊंची कीमतों के कारण खरीदार अब चांदी के आभूषणों और निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं, हालांकि चांदी की कीमतें भी इतनी बढ़ गई हैं कि छोटे और ग्रामीण खरीदारों के लिए पायल जैसी पारंपरिक वस्तुएं खरीदना भी मुश्किल हो गया है. इसके अतिरिक्त, अयोध्या में 28 लाख दीयों के साथ दीपोत्सव की भव्य तैयारियां है.