अमरावती में विदर्भ के राजा को विदाई दी गई.. यूं तो अनंत चतुर्दशी के साथ ही गणेश उत्सव का समापन हो जाता है. लेकिन अमरावती की बात ही कुछ और है यहां पूरे 16 दिनों तक गणेश उत्सव मनाया जाता है. 16 दिनों तक भक्तों के दिलों पर राज करने के बाद जब विदर्भ के राजा, विसर्जन यात्रा पर निकले तो पूरा शहर अपने बाप्पा को विदाई देने सड़कों पर उमड़ पड़ा. ढोल-ताशों की थाप पर थिरकते भक्तों ने बाप्पा को धूमधाम से अगले बरस आने के लिए विदाई दी. इसी बीच रंग-बिरंगी झांकियां और रंगोली से सजे रास्ते बेहद खूबसूरत दिखे...अमरावती में 16 दिनों तक भक्तों के दिलों पर राज करने के बाद विदर्भ के राजा ने भक्तों से विदाई ली और इस खूबसूरत पल ने पूरे अमरावती शहर को बाप्पा की भक्ति के रंग में रंग दिया..शहर का कोना कोना बाप्पा के रंग में रंग गया.
राम भक्तों के लिए गुड न्यूज है कि राम मंदिर के विस्तार का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है. 25 नवंबर को विवाह पंचमी के मौके पर अयोध्या में ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. साथ ही रामकथा संग्रहालय का भी निर्माण किया जा रहा है ताकि भक्तों को रामसंस्कृति के संपूर्ण दर्शन हो सकें. इसकी खास बात है कि अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय में 20 गैलरी बनाई जा रही हैं. डिजिटल गैलरी को आधुनिक तकनीक से जोड़ा गया है. यहां राम भक्तों को 7D तकनीक के जरिए राम संस्कृति के दर्शन करवाए जाएंगे. वहीं खुशखबरी ये भी है कि मंदिर में दूसरे तल का गर्भगृह अब पूरी तरह तैयार है.
एक बार फिर बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिख रही हैं. मोक्षधाम बद्रीनाथ में अब एक बार फिर बद्रीविशाल की जय-जयकार का उदघोष गूंज रहा है. बीते दो महीनों से मौसम की बेरुखी के चलते यात्रा लगभग ठप पड़ी थी, लेकिन अब पितृ पक्ष के शुरू होते ही मौसम ने भी राहत दी है और तीर्थयात्रियों की आस्था फिर से पूरे जोश में है. पितृ पक्ष के दौरान बद्रीनाथ धाम का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि यहां पिंडदान और तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि अब हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है.
धर्म और आस्था की केंद्र अयोध्या को अब पर्यटन के लिहाज से भी सजाया-संवारा जा रहा है. रामभक्तों के लिए गुड न्यूज़ ये है कि 15 अक्तूबर तक गेट नंबर 11 का निर्माण पूरा कर उसका नामकरण भी कर दिया जाएगा. इसके अलावा और भी कई सुविधाएं रामनगरी से जुड़ने जा रही हैं जो इस दिवाली रामनगरी की रौनक में कई गुना इजाफा करने वाली हैं.
चंद्रग्रहण की समाप्ति के साथ पितृपक्ष का आरंभ हुआ, जो 7 सितंबर से 21 सितंबर तक चलेगा और इसका समापन सूर्य ग्रहण के साथ होगा. ग्रहण के बाद उज्जैन के महाकाल मंदिर, दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर और लखनऊ के हनुमान मंदिर समेत देशभर के देवालयों में शुद्धिकरण और विशेष पूजा-अर्चना की गई. पितृपक्ष के अवसर पर, पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गया, हरिद्वार, बद्रीनाथ धाम, वाराणसी, उज्जैन और प्रयागराज जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालु तर्पण और पिंडदान कर रहे हैं. देखिए शुभ समाचार.
देशभर में बाप्पा की आस्था और भक्ति की लहर है. हर कोई बाप्पा के रंग में रंगा है. गणपति महोत्सव में हर शहर हर इलाके पर भक्ति और आस्था का रंग चढ़ा हुआ है. पंडालों की भव्यता ऐसी है मानो धरती पर देव लोक उतर आया हो…भक्त ढोल-ताशों की गूंज और आरती की ज्योति के बीच गणपति बाप्पा के दर्शन कर आनंद और आस्था से सराबोर हो रहे हैं…महाराष्ट्र से लेकर गुजरात और दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक.. हर दिशा में बाप्पा के भव्य दिव्य स्वरूप देखने के लिए मिल रहे हैं.. और बाप्पा का आशीर्वाद लेने के लिए भारी संख्या में लोग इन पंडालों में पहुंच रहे हैं। कल बाप्पा का विसर्जन किया जाएगा.. बाप्पा को नम आंखों से विदाई दी जाएगी.. जिसके लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है.
जीएसटी काउंसिल की छप्पनवी मीटिंग में अहम फैसले लिए गए हैं. सरकार ने 12 और 28 प्रतिशत के जीएसटी स्लैब को खत्म करने का ऐलान किया है. अब जीएसटी में 5, 18 और 40 प्रतिशत (लक्जरी आइटम पर) के स्लैब होंगे. यह फैसला नवरात्र यानी 22 सितंबर से लागू होगा. कई खाद्य पदार्थ जैसे नमकीन, पास्ता, चॉकलेट, कॉफी, बटर, घी अब 5 प्रतिशत स्लैब में आएंगे. एयर कंडीशनर, 32 इंच से बड़े टीवी, डिश वॉशिंग मशीन, छोटी कारें और 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलें 18 प्रतिशत स्लैब में होंगी. जान बचाने वाली दवाएं, कुछ मेडिकल डिवाइस, हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम भुगतान जीएसटी दायरे से बाहर हो गए हैं.
देश का कोना कोना गणपति बाप्पा के रंग में रंगा है. शहर शहर उत्साह और उल्लास चरम पर है. महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक और उत्तर भारत से लेकर गुजरात तक गणपति की भक्ति की अविरल धारा बह रही है. बाप्पा के भव्य दिव्य पंडालों की रौनक देखते ही बन रही है. हर पंडाल को अलग थीम पर सजाया गया है. बाप्पा के अद्भुत-अनूठे स्वरूपों के जरिए समाज को संदेश देने की भी कोशिश की गई है. दिलचस्प है कि पंडालों में समाज के लिए संदेश दिये गये हैं.. कहीं पर सरकारी योजनाओं को दिखाया गया है तो कहीं पर्यावरण सुरक्षा संदेश की थीम पर पंडाल हैं. वहीं मुंबई में लाल बाग के राजा के दरबार में सितारों का मेला लगा है.. हर दिन बाप्पा का आशीर्वाद लेने के लिए बॉलीवुड से लेकर टीवी कलाकर तक पहुंच रहे हैं...तो कई सितारें अपने घर पर ही बाप्पा का पूजा पाठ कर रहे हैं। जलसा में बिग बी ने भी गणपति पूजन किया.
ओम गं गणपतये नमो नमः श्री सिद्धिविनायक नमो नमः शहर शहर घर घर गणपति बाप्पा की कृपा बरस रही है..अलग अलग जगहों पर बाप्पा विराजे हुए हैं. लिहाजा ये अभी बाप्पा के आशीर्वाद लेने का समय है.देशभर में इन दिनों आस्था, उल्लास और परंपरा का ऐसा संगम देखने के लिए मिल रहा है.. जो करोड़ों दिलों को एक डोर में जोड़ देता है। साथ ही गणपति महोत्सव के जरिये समाज में संदेश देने की कोशिश भी है. कहीं इको फ्रेंडली बाप्पा पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दे रहे हैं तो कहीं कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए बाप्पा को पुलिस अवतार में दिखाया गया है..इसके अलावा गुजरात और कोलकाता में नारी शक्ति की थीम पर पंडालों को सजाया और संवारा गया है.
देशभर में गणपति महोत्सव की धूम है, जिसमें मुंबई से लेकर गुजरात तक भक्ति और उल्लास का माहौल है. इस उत्सव में बॉलीवुड सितारे भी शामिल हो रहे हैं. ऐश्वर्या राय बच्चन बेटी आराध्या के साथ पंडाल पहुंचीं, तो वहीं रणबीर कपूर ने मां नीतू कपूर संग बाप्पा को विदाई दी. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा ने भी गणपति का आशीर्वाद लिया. इस वर्ष कई अनोखी प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र बनीं, जिनमें जालना में 108 किलो चांदी से बनी सोने की परत चढ़ी मूर्ति और सूरत में 350 किलो टिश्यू पेपर से निर्मित 16 फीट ऊंची इको-फ्रेंडली गणेश मूर्ति शामिल है. देखिए शुभ समाचार.
गणेश उत्सव के तीसरे दिन, षष्ठी तिथि पर माँ गौरी के साथ भगवान गजानन गणपति का विशेष पूजन किया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दौरान भगवान गजानन का भगवान शिव और परशुराम से तीन दिन तक युद्ध चला था. इस विशेष पूजन की शुरुआत शुद्धिकरण और मंगलाचरण से होती है, जिसके बाद भगवान को पंचामृत से स्नान कराया जाता है और वस्त्र, चंदन, अक्षत, पुष्प, दूर्वा, बिल्वपत्र व सिंदूर अर्पित किए जाते हैं. इस दिन गणेश जी को तुलसी अर्पित नहीं की जाती, क्योंकि एक पौराणिक श्राप के कारण यह वर्जित है. मुंबई में लालबाग के राजा के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें हैं, जहाँ सचिन तेंदुलकर, नितिन गडकरी, जान्हवी कपूर और सिद्धार्थ मल्होत्रा जैसी हस्तियों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई.