गुजरात में माँ बहुचर को विजयादशमी के अवसर पर 300 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का नौलखा हार पहनाया गया. यह हार हरे, नीले और सफेद नीलम से जड़ा है. यह परंपरा 300 साल पुरानी बताई जाती है. वडोदरा के राजवी ने यह हार भेंट किया था. हर साल दशहरे और नए साल पर माँ का विशेष शृंगार किया जाता है. वहीं, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में दशहरा उत्सव की शुरुआत हुई है, जो 8 अक्टूबर तक चलेगा. यह उत्सव भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा के साथ शुरू होता है और इसमें रावण दहन नहीं होता, बल्कि लंका दहन की प्रथा निभाई जाती है. यह उत्सव देवी देवताओं के मिलन का प्रतीक है.