नागपंचमी का पावन पर्व देशभर में श्रद्धा और धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इस दिन नाग देवता की पूजा के लिए शिव मंदिरों और नाग मंदिरों में विशेष आयोजन किए गए. उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जो साल में केवल नागपंचमी के दिन 24 घंटे के लिए खुलता है. कालसर्प दोष और पितृ दोष से मुक्ति के लिए विशेष पूजा का विधान है, जिसमें सपेरे से सांप खरीदकर उन्हें मुक्त करने का उपाय बताया गया. अयोध्या के शेष अवतार मंदिर और प्रयागराज के नाग वासुकि मंदिर में भी विशेष पूजा हुई. भगवान शिव को नागों का स्वामी माना जाता है, इसलिए उनकी उपासना को प्राथमिकता दी जाती है. इस दिन मंगला गौरी व्रत भी रखा जाता है, जो दांपत्य जीवन में सुख और स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है.