गणेशोत्सव का 10 दिवसीय पर्व अनंत चतुर्दशी के दिन अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचता है, जब गणपति विसर्जन किया जाता है. हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का विशेष महत्व है, इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूपों की पूजा और गणेश उत्सव का समापन होता है. विसर्जन के लिए पांच शुभ मुहूर्त बताए गए हैं, जैसे सुबह 7:36 से 9:10, दोपहर 12:19 से शाम 5:02, शाम 6:37 से रात 8:02 और रात 9:28 से देर रात 1:45 तक. विसर्जन के दिन स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनना, घी का दीपक जलाना, गणेश मंत्र का जाप, अक्षत, फूल और भोग अर्पित करना, गणेश जी की आरती और चालीसा का पाठ करना तथा पूजा में हुई त्रुटि के लिए क्षमा याचना करना आवश्यक है.