बाबा बर्फानी के भक्तों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है. अमरनाथ यात्रा का श्री गणेश हो चुका है और भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन का पुण्य पाने के लिए पहुंच रहे हैं. इस महातीर्थ का सार, शास्त्रों में इसकी महिमा और शिव शक्ति के उस प्रसंग पर चर्चा की गई, जिसका संबंध इस पवित्र गुफा से है. उस अमरकथा की बात की गई जो खुद महादेव ने अमरनाथ गुफा में माता पार्वती को सुनाई थी.
कर्नाटक के हासन जिले में 40 दिनों के भीतर 22 लोगों की हार्ट अटैक से मौत के बाद चिंता का माहौल बन गया है, जिनमें ज्यादातर युवा शामिल थे. इस घटना के बाद कोविड वैक्सीन को लेकर सवाल उठने लगे कि क्या वैक्सीन युवाओं में हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा रही है. देश भर में युवाओं में अचानक हार्ट अटैक से मौतों की खबरें लगातार आ रही हैं. इन सवालों और अफवाहों पर विराम लगाते हुए, आईसीएमआर और एम्स की रिपोर्ट ने स्पष्ट किया है कि कोविड वैक्सीन का युवाओं में अचानक हार्ट अटैक से कोई वैज्ञानिक या मेडिकल संबंध नहीं है.
आज हजारों लाखों छात्र DU में एडमिशन लेना चाहते हैं. लेकिन कभी उन्हें ड्रीम कॉलेज मिलता है तो कभी मनचाहा कोर्स, वो किस्मतवाले ही होते हैं जो एक गुड कॉम्बिनेशन पा लेते हैं....एक खराब कॉम्बिनेशन जहां उनके पूरी लाइफ का कैल्कुलेशन बिगाड़ देता है बल्कि उनके सपनों की उ़़ड़ान भी रोक देता है. इसी कंफ्यूजन को दूर करने की कोशिश करेंगे. साथ ही बताएंगे आपको नए छात्रों के लिए उनके सीनियर्स किस हेल्प प्लान के जरिए उनकी मदद कर रहे हैं . वो कौन कौन से मुद्दे हैं जिन पर छात्र कंफ्यूज होते हैं...कैसे उनको काउंसल किया जाए.
बॉलीवुड एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की 42 साल की उम्र में अचानक मौत हो गई. शुरुआती जांच में मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई जा रही है. पुलिस को जांच के दौरान एक्ट्रेस के घर से एंटी-एजिंग दवाई ग्लुटाथियॉन और स्किन ग्लो से संबंधित मेडिसिन मिली है. डॉक्टरों को संदेह है कि खाली पेट ग्लुटाथियॉन का इंजेक्शन लेने से उनका ब्लड प्रेशर तेजी से गिरा, जिससे कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. ग्लैमर इंडस्ट्री में लुक्स को लेकर भारी दबाव है, जिसके चलते लोग वजन घटाने या बढ़ाने के लिए खतरनाक इंजेक्शन और पिल्स जैसे त्वरित उपायों का सहारा लेते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोई भी चीज़ को बहुत जल्दी एक एक्स्ट्रीम तरीके से अटैन करने की कोशिश करें तो उसके हार्मफुल इफेक्ट्स होंगे ही होंगे. मनोरंजन जगत में कलाकारों पर सुंदरता और फिटनेस का भारी दबाव होता है, जिसके चलते वे कई बार कृत्रिम उत्पादों का सहारा लेते हैं जिनके गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, समय पर सोना, समय पर उठना, अधिक न खाना और रात में भारी भोजन से बचना जैसी सामान्य आदतें ही लंबे समय तक स्वास्थ्य लाभ देती हैं और यही एकमात्र समाधान है.
आज भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पर विस्तार से बात करेंगे. इसके पौराणिक महत्व और परंपराओं को और इससे जुड़ी कथाओं को जानेंगे साथ ही आज के दिन के शुभ संयोगों पर भी बात करेंगे. पुरी की रथ यात्रा 12 दिन तक चलती है और इन 12 दिनों में हर दिन का खास महत्व होता है. रथयात्रा के इन सभी दिनों का महत्व समझेंगे और कैसे इस साल रथयात्रा का पुण्य फल मिले इसके उपाय भी जानने की कोशिश करेंगे
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर पहुँचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं, जिन्होंने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस स्टेशन से उड़ान भरी थी. स्पेस स्टेशन से जानकारी मिली कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर 05:31 एएम सेंट्रल टाइम पर पहुँचने की प्रक्रिया पूरी हुई. शुभांशु शुक्ला और उनके साथी 14 दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे और 60 प्रयोग करेंगे; इस दौरान डॉकिंग की प्रक्रिया संपन्न हुई और परिवार के सदस्य इस घटना को देख रहे थे. भारतीय अंतरिक्ष यात्री का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर सफल डॉकिंग हुआ है, जिससे देश और परिवार में गर्व का माहौल है. इस ऐतिहासिक पल पर परिवार ने तिरंगा लहराया और कहा कि अगला 14 दिन बहुत बढ़िया बीतेंगे. यह उपलब्धि भारत के गगनयान मिशन और भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में सफलतापूर्वक डॉक किया है, जिससे उनके परिवार में खुशी का माहौल है और वे उनके लिए पूजा-पाठ कर रहे हैं. शुभांशु ISS में 14 दिनों तक रहेंगे और भारत के लिए 7 महत्वपूर्ण शोध करेंगे, जो गगनयान जैसे भविष्य के मिशनों के लिए अहम होंगे. यह मिशन अंतरिक्ष में जीवन और माइक्रो-ग्रेविटी के प्रभावों को समझने में मदद करेगा, साथ ही निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाता है.
भारत के शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में ऐतिहासिक उड़ान भरी है. वे राकेश शर्मा के 41 साल बाद अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. उन्होंने स्पेस से संदेश भेजा, 'कंधे पर तिरंगा है, दिल में जय हिंदुस्तान', जो भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है. यह मिशन वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन पर केंद्रित है, और इसरो के गगनयान मिशन तथा भविष्य के भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला Axiom-4 मिशन पर अंतरिक्ष में हैं. यह मिशन भारत के गगनयान कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान करेगा. अंतरिक्ष में हड्डियों और मांसपेशियों के क्षरण को रोकने के लिए विशेष आहार और योग का महत्व बताया गया है. शुभांशु अपने साथ आमरस, गाजर और मूंग दाल का हलवा ले गए हैं, जो प्रोटीन, वसा और विटामिन ए जैसे पोषक तत्वों से भरपूर हैं. यह मिशन 14 दिनों तक चलेगा और इसमें कई वैज्ञानिक प्रयोग किए जाएंगे. अंतरिक्ष यात्रियों को गहन प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें अंडरवाटर और गुरुत्वाकर्षण प्रशिक्षण शामिल है. शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में सात प्रयोग कर रहे हैं, जिनमें टोडीग्रिड्स और साइनोबैक्टीरिया पर शोध शामिल है, जो भविष्य के अंतरिक्ष भोजन और ऑक्सीजन रीसाइक्लिंग के लिए महत्वपूर्ण हैं. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग, पोषण और तनाव प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर का ऐलान किया, लेकिन इसके तुरंत बाद ईरान की ओर से मिसाइलें दागी गईं. ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह ऐलान जल्दबाजी में किया गया है और यह बहुत लंबा नहीं चलने वाला है. कतर ने इस सीजफायर में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन अब सवाल है कि क्या दुनिया पर जंग का खतरा टला है या नहीं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दो साल पहले छपे पंचांग में इजराइल-ईरान युद्ध का वर्णन था, जिसमें लिखा है कि 'गाजा का संघर्ष इजराइल ईरान युद्ध के कगार पर आकर खड़ा है तथा भविष्य में यह और भी गंभीर एवं प्रचंड रूप धारण कर लेगा.' विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल युद्ध में मजबूत रहेगा और ईरान कुछ शर्तों के तहत शांति के लिए तैयार होगा. हालांकि, पंचांग में जुलाई से सितंबर के बीच पश्चिमी एशिया में हिंसा बढ़ने और अक्टूबर-नवंबर में किसी बड़े नेता के लिए अनिष्ट की भी भविष्यवाणी की गई है.
दिल्ली में मॉनसून की दस्तक के साथ ही तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं. एक पूर्व एमसीडी चेयरमैन के अनुसार, 'जब वह तोड़े ही नहीं गए तो उन नालियों की सफाई होगी कैसे?' दिल्ली में 410 जलभराव हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं, और विभिन्न विभाग जैसे पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड, एमसीडी और सिंचाई विभाग अपनी तैयारियों का दावा कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत पर सवाल बरकरार हैं. दिल्ली में मानसून की दस्तक के साथ जलभराव और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, जुलाई के पहले सप्ताह में भारी बारिश की संभावना है, जिसके मद्देनजर पीडब्ल्यूडी ने तय किया है कि भारी बारिश होने पर अंडरपास में यातायात और पैदल चलने वालों को भी रोक दिया जाएगा. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जलजनित और मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण और साफ-सफाई पर जोर दिया है, क्योंकि दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम की अक्षमता और यमुना में बैकफ्लो की समस्या बनी हुई है. दिल्ली में हल्की बारिश से 11 लोगों की मौत हुई है. शहर में जलभराव की समस्या पुरानी पाइपलाइनों, अतिक्रमण और कम अवशोषण क्षेत्र के कारण बढ़ गई है, जिससे जलजनित बीमारियों का खतरा है. विशेषज्ञों ने कहा कि बारिश का पानी 'बहता हुआ सोना' है जिसे भूजल रिचार्ज के लिए उपयोग किया जाना चाहिए.
योग का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है. योग न केवल एक शारीरिक व्यायाम है, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना भी है, जिसका उद्देश्य मन, शरीर और आत्मा को एक साथ लाना है। योग का अभ्यास व्यक्ति को आत्म-साक्षात्कार और आध्यात्मिक ज्ञान की ओर ले जाता है. आइए जानते हैं योग का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व. योग का अभ्यास प्राचीन भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं में निहित है. हिंदू धर्म में इसका एक विशेष स्थान है. योग के कई आसन और अभ्यास हिंदू पौराणिक कथाओं में निहित हैं - और ईश्वर से जुड़ने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. उदाहरण के लिए, हठ योग का अभ्यास भगवान शिव से निकटता से जुड़ा हुआ है. योग का अभ्यास अक्सर ध्यान, प्राणायाम और जप के साथ किया जाता है जो मन मस्तिष्क को मजबूत करता है
कथावाचक बाबा बागेश्वर ऑस्ट्रेलिया में महंगी जैकेट और गुच्ची के चश्मे में दिखे, जिस पर सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं. बाबा ने ट्रोलर्स को जवाब देते हुए कहा, 'तुम्हे ज्यादा पेट में दर्द हो तो कल हम 120 की पहनेंगे बेटे.' यह विवाद धर्मगुरुओं के महंगे शौक और उनके 'मोह माया' से दूरी के उपदेशों के बीच विरोधाभास पर बहस छेड़ता है, जैसा पहले जया किशोरी के लाखों के बैग को लेकर भी हुआ था. कथावाचकों द्वारा ब्रांडेड वस्त्र पहनने और विलासी जीवनशैली अपनाने पर बहस छिड़ी है, जिसमें धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी जैसे नाम चर्चा में हैं. एक वक्ता ने कहा, 'सनातन को वस्त्र से मत भापिए, वस्त्र से मत पहचानिए. सनातन को पहचानना है तो शब्दों से पहचानने का प्रयास कीजिये.' चर्चा में संत और कथावाचक की परिभाषा, उनकी सामाजिक ज़िम्मेदारियों और धीरेंद्र शास्त्री की कथित 'पर्ची वाली शक्ति' पर भी विचार-विमर्श हुआ.