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ये हुई ना बात

युजवेंद्र चहल और धनश्री के तलाक पर हंगामा क्यों, ट्रोलबाज़ों पर कैसे कसी जाए लगाम, इससे जुड़े क्या हैं कानूनी प्रावधान? समझिए सबकुछ एक्सपर्ट्स से

21 मार्च 2025

आज सोशल मीडिया का दौर है. तकनीक ने हमारे इर्द-गिर्द एक अलग दुनिया बना दी है the virtual world. एक ऐसा मंच जहां सबको खुलकर अपनी बात कहने की आज़ादी है... एक ऐसा मंच जहां लोग अपने विचारों से दुनिया को रु-ब-रू कराते हैं. लेकिन अफसोस, सोशल मीडिया के इस खुले मंच का उपयोग कम, दुरुपयोग ज्यादा हो रहा है... माना हमारे देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी है, लेकिन इस आज़ादी की आड़ में कुछ भी कहने की छूट नहीं है. अब क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और धनश्री के तलाक के मामले को ही लीजिए. दोनों ने आपसी सहमति से कानूनन तलाक लिया है. तलाक पर दोनों राज़ी हैं, फिर भी सोशल मीडिया पर ट्रोलबाज़ी. और सबसे बड़ी बात जब कोर्ट तलाक पर मुहर लगा चुका है फिर किसी बहस की गुंजाइश नहीं रह जाती.

हंसना हमारे स्वास्थ्य के लिए क्यों जरूरी है, इसके क्या फायदे हैं? समझिए एक्सपर्ट्स से और कॉमेडिय को सुन हो जाइए लोटपोट

20 मार्च 2025

कहते हैं दुनिया में हर चीज की कीमत चुकानी पड़ती है लेकिन एक चीज है जो है बेशकीमती , लेकिन मुफ्त में मिल जाती है. मुस्कुराहट, खुशियां. जितनी बांटेगे, उतनी बढ़ेगी. लिहाजा हंसिए, खिलखिलाइए, मुस्कुराइए क्योंकि आज हम गुड न्यूज़ टुडे पर मना रहे हैं वर्ल्ड हैप्पीनेस डे. दुनिया इस दिन को एक दिन मनाती है लेकिन GOOD NEW TODAY इकलौता एसा चैनल है जो अच्छी खबरों के साथ 365 दिन हैपीनेय मंत्रा देता है. तो चलिए रस्मे अदाएगी से नहीं दिल की गहराईयों से अंदर छिपे खुशी के खजाने को बाहर निकालिए. दिल खोलकर हंसिए. वर्ल्ड हैप्पीनेस डे पर दुनिया को अपनी स्माइल गिफ्ट कीजिए और बदलाव महसूस कीजिए.

क्या है रंग पंचमी का महिमा, इस दिन देवताओं की पूजा कैसे की जाए, कैसे पाएं वरदान, जानिए सबकुछ ज्योतिषाचार्यों से

19 मार्च 2025

आज रंग पंचमी का महापर्व है. हर साल होली के पांच दिन बाद ये खास पर्व मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन देवगण होली खेलने धरती पर उतरते हैं. रंग पंचमी पर अपने इष्टदेव को रंग लगाने का भी विधान है. ऐसा करने से जीवन में खुशहाली आती है. दुख, दारिद्रय दूर होता है. साथ ही इस दिन से जुड़ी कुछ पौराणिक कथाएं भी प्रचलित हैं. कहते हैं इसी दिन श्रीकृष्ण ने राधा और गोपियों संग महारास रचाया था. यानी कई मायनों में रंगपंचमी का दिन बेहद खास है.

सुनीता विलियम्स समेत 4 को लेकर स्पेस से धरती की ओर रवाना हुआ स्पेसक्राफ्ट, एक्सपर्ट्स से समझिए कैसे इस मिशन को दिया गया अंजाम और आगे क्या होगा

18 मार्च 2025

महीनों का लंबा इंतजार अब घंटों में बदल चुका है. जल्द ही अंतरिक्ष से सबसे बड़ी गुड न्यूज आने वाली है. क्योंकि सुनीता विलियम्स , बुच विल्मोर और उनके दो साथीयों का धरती का सफर शुरू हो चुका है. आज सुबह करीब साढ़े दस बजे स्पेस एक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर चारों 9 महीने बाद अपने घर लौट रहे हैं। इस वापसी पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। नासा और स्पेस एक्स ने मिलकर कई महीनों की तैयारी के बाद इनके वापसी का रास्ता निकाला। इस दौरान 9 महीने अंतरिक्ष में रहना सुनीता के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा. लेकिन आध्यात्म की शक्ति और ईश्वर की भक्ति से उन्होंने इस मुश्किल वक्त से पार पा लिया.

9 महीने के बाद अंतरिक्ष से सुनीता विलियम्स की वापसी, मिशन में किस तरह की मुशकिलें, धरती पर किन-किन चुनौतियों का करना पड़ेगा सामना

17 मार्च 2025

आज अंतरिक्ष जगत की दो बड़ी खबरें हर किसी की जुबान पर हैं. इनमें से एक है अंतरिक्ष से सुनीता विलियम्स की वापसी की तैयारी और दूसरा ISRO का चंद्रयान 5 मिशन. पहले बात सुनीता विलियम्स की कर लेते हैं. सुनीता और बुच की वापसी का प्लान तय हो चुका है. लंबे इंतजार के बाद के बाद ये वक्त आया है. पिछले 9 महीने से सुनीता विलियम्स पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में हैं. असल में जून 2024 को सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी अंतरिक्ष की उनकी ये यात्रा 8 दिनों की थी। मगर स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर में खराबी के कारण उनकी वापसी टलती गई.

होलिका दहन और पूजन से कैसे आपकी चमकेगी किस्मत, किस राशि के जातक कैसे करें पूजा, भद्राकाल में किन बातों का ख्याल रखें? जानिए सबकुछ ज्योतिषाचार्यों से

13 मार्च 2025

कुछ यूं रंगों से रंग मिले हैं. रंगों के भी भेद मिटे हैं फाग ने छेड़ा राग वसंती हर आंगन में फूल खिले हैं किसी ने उचक फेंका गुब्बारा कहीं चली रंगभरी पिचकारी आओ सब मिल खेलें होली कुछ सतरंगी. कुछ अतरंगी एक हों, शुरू करें नवरंगोली आप सभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं. हिंदू पंचांग के अनुसार आज होलिका दहन होगा और इसी के साथ होली का शुभारंग भी होगा. लेकिन उससे पहले भद्रा का साया है. भद्रा रात 11 बजकर 26 मिनट तक रहेगी उसी के बाद होलिका दहन हो सकेगा. यानी भद्रा समाप्त होने के बाद रात 11 बजकर 27 मिनट से होलिका दहन का मुहूर्त है. सदियों पुरानी इस परम्परा का विशेष महत्व है. होलिका दहन का ये समय बुराइयों का, बाधाओं के नाश का समय है

कौन से रंग से मिलेगी तरक्की, किस रंग से होली खेलना शुभ? ज्योतिषाचार्यों से जानिए क्या है रंगों का किस्मत कनेक्शन

12 मार्च 2025

एक तरफ गुजिया की मिठास है, तो दूसरी उड़ता रंग गुलाल है. जीवन में रंगों का होना बेहद जरूरी है. भक्ति का रंग, प्रेम का रंग और आस्था का रंग. ये रंग ही हैं, जो हमारे जीवन को रंगीन बनाते हैं. रंगों का हमारे जीवन से सीधा कनेक्शन है. होली के मौके पर देश का कोना-कोना रंगों से सराबोर है. ब्रज में राधा-कृष्ण के प्रेम में रंगने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु मथुरा पहुंच रहे हैं. ये वो जगह है, जहां होली का महाउत्सव वसंत पंचमी से शुरू हो जाता है. राजस्थान के जैसलमेर में भी लक्ष्मीनाथ मंदिर में होली खेली गई.

होली पर लग रहा चंद्र ग्रहण, पर्व पर और सभी राशियों पर क्या पड़ेगा असर, किन बातों का रखना है ख्याल? जानिए ज्योतिषाचार्यों से

11 मार्च 2025

रंगों का पर्व आया है और उल्लास का रंग गहराने लगा है. हर तरफ रंग ही रंग बिखरे नजर आ रहे हैं. अबीर-गुलाल की खुशबू से फिजा महक रही है. कान्हा की नगरी ब्रज में देश-विदेश से भक्त होली खेलने के लिए पहुंच रहे हैं. आज वहां गोकुल के नंदगांव में छड़ीमार होली खेली गई। जबकि बनारस में महादेव के भक्तों ने मसाने की होली खेली. मसाने की होली में भस्म से होली खेलने की परंपरा है. इस खास मौके पर बाबा मसाननाथ की भव्य शोभा यात्रा भी निकाली गई.

रंगभरी एकादशी पर कैसी है महादेव की नगरी काशी की रौनक, जानिए महत्व और महासंयोग

10 मार्च 2025

रंगों का पर्व होली आ चुका है. मथुरा में वसंत पंचमी से होली मनाई जा रही है. आज रंगभरी एकादशी से शिव का काशी भी इस होली के उत्सव में शामिल हो गई है. आज रंगभरनी एकादशी पर काशी में महादेव के भक्त शिव-शक्ति के साथ होली खेल रहे हैं. मान्यता है इस दिन स्वर्ग से देवता भी काशी में महादेव और मां गौरा के साथ होली खेलने के लिए पहुंचते हैं. इस दिन गृहस्थ के अलावा साधु, संत भी होली खेलते हैं. शिव के आराध्य हैं राम और रामनगरी में भी रंगोत्सव का रंग बिखरने लगा है. अयोध्या में रंगभरनी एकादशी पर मंदिरों में भगवान को अबीर गुलाल लगाया गया. हनुमानगढ़ी में संतों ने बजरंग बली को अबीर गुलाल लगाया. वहां दर्शन के लिए पहुंचे भक्तों को प्रसाद के तौर पर रंग दिया गया. ये तो हुई काशी और अयोध्या की बात. जबकि कान्हा की नगरी मथुरा तो पिछले कई दिनों से वसंती रंग में रंगी हुई है. आज वहां के मंदिरों में हर तरफ रंग गुलाल की महक है. मथुरा के बाजारों में रंगों के इस पर्व को लेकर खासी रौनक है. राजस्थान के सीकर में होली के लोकगीत गूंज रहे हैं. चंग और ढप की थाप पर हुरियारे गीत गा रहे हैं. राजस्थान का अजमेर होली के रंगों से सजा हुआ है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इसी तरह होली से पहले होली की खुमारी छाई हुई है. लेकिन रंगभरनी एकादशी पर महादेव की नगरी काशी की रौनक देखने लायक है.

यमुना में घुला प्रदूषण का जहर कैसे होगा दूर? दिल्ली सरकार का क्या है प्लान, जानिए

09 मार्च 2025

यमुना नदी की सफाई के लिए सरकार और जनता दोनों की भागीदारी जरूरी है. हाल के प्रयासों से कुछ सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं. आईटीओ घाट पर गंदगी कम हुई है और पानी में सुधार दिखा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यमुना को गंदा होने से बचाना मुख्य चुनौती है. इसके लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का सही संचालन, अनधिकृत कॉलोनियों का प्रबंधन और जन जागरूकता बढ़ाना जरूरी है. सरकारी योजनाओं के साथ-साथ लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. यमुना नदी की सफाई के लिए सरकार, एनजीओ और आम जनता के प्रयासों पर चर्चा. धार्मिक नेताओं की भूमिका और जन जागरूकता पर जोर. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की कार्यक्षमता और अवैध निर्माण पर चिंता व्यक्त की गई. यमुना आरती और स्वच्छता अभियान के प्रभाव पर विचार-विमर्श. नदी की पूजा और उसे स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी पर बल दिया गया.