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ये हुई ना बात

विवाह पंचमी पर अयोध्या में मंगल ही मंगल, राम मंदिर पर धर्म ध्वजा फहराई, ज्योतिषाचार्यों से जानिए जानें शीघ्र विवाह और वरदान पाने के महाउपाय

25 नवंबर 2025

विवाह पंचमी के पावन अवसर पर अयोध्या में श्री राम मंदिर के शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अभिजीत मुहूर्त में धर्म ध्वजा फहराई गई. यह आयोजन मंदिर निर्माण के विधिवत संपन्न होने का प्रतीक है, जिसके बाद अब श्रद्धालु संपूर्ण मंदिर परिसर के दर्शन कर सकेंगे.

ध्वजारोहण समारोह में कब-क्या अनुष्ठान होंगे, विवाह पंचमी का क्या आध्यात्मिक महत्व है? जानिए सबकुछ

24 नवंबर 2025

अयोध्या में 25 नवंबर 2025 को विवाह पंचमी के पावन अवसर पर राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए अयोध्या को भव्य रूप से सजाया गया है, जिसे 'रामोत्सव' का नाम दिया गया है. 20 नवंबर से ही वैदिक अनुष्ठान जारी हैं और इस उत्सव का उत्साह नेपाल के जनकपुर धाम तक फैला हुआ है. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई गणमान्य हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है.

शुभ कार्य में कलश यात्रा का क्या है महत्व, ध्वजारोहण से पहले क्या-क्या होंगे और अनुष्ठान? जानिए सबकुछ ज्योतिषाचार्यों से

20 नवंबर 2025

अयोध्या में भव्य रामोत्सव का शुभारंभ सरयू पूजन और कलश यात्रा के साथ हो गया है, जिसके अंतर्गत कई वैदिक अनुष्ठान संपन्न किए जा रहे हैं. यह महोत्सव 25 नवंबर को विवाह पंचमी के अवसर पर अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंचेगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के 191 फीट ऊंचे शिखर पर धर्म ध्वजा फहराएंगे. इस ध्वजारोहण के साथ ही मंदिर निर्माण के पूर्ण होने की औपचारिक घोषणा की जाएगी. यह केसरी ध्वज रेशम के कपड़े से बना है, जिसकी लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट है.

राम मंदिर में 25 नवंबर को धर्म ध्वजा फहराएंगे PM मोदी, विवाह पंचमी पर बना 30 मिनट का विशेष मुहूर्त, जानिए ध्वजारोहण का पूरा कार्यक्रम और क्या-क्या की जा रही हैं तैयारियां

18 नवंबर 2025

अयोध्या में 25 नवंबर, 2025 को राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा स्थापना समारोह का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम विवाह पंचमी के पावन अवसर पर हो रहा है, जिसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर मंदिर के लगभग 190 फीट ऊंचे शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे.

वृश्चिक में सूर्यदेव का गोचर, किसे मिलेगी तरक्की, किसे होगा धन-लाभ, ग्रहों के राजा किसे बनाएंगे मालामाल ? ज्योतिषाचार्यों से जानिए सबकुछ

17 नवंबर 2025

सूर्य ने 16 नवंबर को वृश्चिक राशि में गोचर किया है, जहां मंगल और बुध के साथ मिलकर एक शक्तिशाली त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है. ज्योतिषियों के अनुसार, इस गोचर का प्रभाव अगले 30 दिनों तक बना रहेगा. विशेषज्ञ नंदिता पांडे, प्रतीक भट्ट, आचार्य गौरव और डॉक्टर नतिशा ने इस महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना पर चर्चा की.

बिहार की वोटिंग पर ज्योतिषियों का क्या है एग्जिट पोल, कौन मारेगा बाजी, तेजस्वी या नीतीश किसके सितारे बुलंद? समझिए

13 नवंबर 2025

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले, देश के प्रमुख ज्योतिषियों ने अपनी भविष्यवाणियों में एनडीए सरकार के गठन का अनुमान लगाया है. इस दौरान सबकी निगाहें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के राजनीतिक भविष्य पर टिकी हैं. ज्योतिषीय विश्लेषण के अनुसार, नीतीश कुमार का एक बार फिर मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है, क्योंकि उनके ग्रह मजबूत स्थिति में हैं. हालांकि, तेजस्वी यादव का भविष्य उज्ज्वल बताया गया है, लेकिन उन्हें सत्ता के लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है.

काल भैरव जयंती पर 40 साल बाद महासंयोग, शनि-राहु दोष से मुक्ति के लिए जानें अचूक उपाय और शुभ मुहूर्त

12 नवंबर 2025

12 नवंबर 2025 को मनाई जा रही काल भैरव जयंती इस वर्ष ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि 40 वर्षों के बाद ब्रह्म योग, शुक्ल योग और आश्लेषा नक्षत्र का एक दुर्लभ महासंयोग बन रहा है. गुड न्यूज़ टुडे पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में ज्योतिष विशेषज्ञों ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला. विशेषज्ञों के अनुसार, 'समय के स्वामी' और 'काशी के कोतवाल' के रूप में पूजे जाने वाले काल भैरव की उपासना व्यक्ति को हर प्रकार के भय, रोग और शत्रुओं से मुक्ति दिलाती है.