आज महाअष्टमी का पूजन भी किया जा रहा है साथ ही कुछ लोग महानवमी का कन्या पूजन भी आज ही कर रहे हैं. वहीं मंदिरों में हर रोज की तरह सुबह मां का भव्य श्रृंगार किया गया और फिर मां की मंगला आरती हुई. दिल्ली से लेकर अयोध्या तक मां दुर्गा के मंदिरों में भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं. सुबह सवेरे मां दुर्गा की भव्य दिव्य आरती की गई. ये माहौल ऐसा होता है, जिसमें शामिल होने पहुंचा हर भक्त, पुजारी, सब मां की भक्ति में लीन हो जाते हैं.
दिल्ली में मैं जिस जगह हूं ये वो जगह है जिसे मिनी बंगाल कहते हैं. मैं इस वक्त चितरंजन पार्क में हूं और यहां दुर्गा पूजा का उल्लास देखते ही बन रहा है. आज अष्टमी की पूजा हो रही है. इस उत्सव में जब आप यहां आएंगे तो आपको लगेगा कि आप बंगाल के किसी शहर में हैं. दुर्गा पूजा के वक्त यहां दूर दूर से लोग पहुंचते है.
नवरात्र के पावन दिन चल रहे हैं और शहर शहर माता रानी का दरबार सजा है. साल के सबसे शुभ दिन चल रहे हैं. मंदिरों में आज मां के कात्यायनी और कालरात्रि स्वरुप की पूजा की जा रही है. राजधानी दिल्ली से लेकर दक्षिण भारत के दुर्गा मंदिरों में मां का जयकारा गूंज रहा है. बुलेटिन की शुरुआत से पहले आपके सामने देश भर के मंदिरों से आई ये दिव्य भव्य 9 तस्वीरे हैं. दिल्ली की बात करें तो यहां के मंदिरों में सुबह से ही दर्शन के लिए लोग उमड़ रहे हैं.
उत्तर भारत माता के जयकारों से गूंज रहा है. तो बंगाल दिव्य भव्य दुर्गापूजा की रौनक से गुलजार है. गुजरात में गरबा का रंग जमा है. तो प्रभु राम के संदेशों की लीलाएं शहर शहर चल रही है. त्योहार का बंपर सीजन है और ये त्योहार एक बार फिर हमसे कुछ कहने आए हैं. ये समझना जरुरी है कि हमारे त्योहार केवल भगवान की आराधना तक सीमित नहीं है.
एक तरफ जहां नवरात्रि के पावन पर्व पर देश भर के मंदिरों की रौनक देखने लायक है तो वहीं बाजार भी गुलजार हैं. यानी शक्ति के साथ समृद्धि का वास है लेकिन एक दौर वो भी था, जब हमारे बाजार चीन से बनी चीजों से पटे रहते थे. आलम ये होता था कि त्योहार हम मनाते थे, मगर जगमगाते चीन के शहर थे. धीरे-धीरे वक्त ने करवट ली और अब वोकल फॉर लोकल का नारा शहर-शहर गूंज रहा है. चीन का माला हमारे बाजारों से गायब हो चुका है.
आज शारदीय नवरात्र का दूसरा दिन है. भक्त मंदिरों में मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरुप के दर्शन कर रहे हैं. तो क्या है मां के इस स्वरुप की महिमा और क्यों आज मा के इस स्वरुप का संदेश दुनिया के लिए जरुरी है. चलिए आपको दिखाते हैं.
Navratri 2024: आ गई है मां को प्रसन्न करने की पावन बेला. जगत जननी, महिषासुर मर्दिनी, मां अंबे का आशीष पाने की शुभ घड़ी. आज नवरात्रि का पहला दिन है. देश का कोना-कोना मां शैलपुत्री के दर्शन-पूजन से महक रहा है. सबसे पहले आपके सामने प्रस्तुत हैं मां के प्रसिद्ध धामों की तस्वीरें.
अब से कुछ घंटे बाद हम सभी इस साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के गवाह बनेंगे. ये सूर्य ग्रहण आज रात 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन 3 अक्टूबर को देर रात 3 बजकर 16 मिनट पर होगा. तो आज हम सूर्य ग्रहण के दौरान देश-दुनिया पर पड़ने वाले असर की बात करेंगे. साथ ही ये भी जानेंगे कि किन राशि वालों के लिए ये शुभ रहने वाला है और किन को है सावधान रहने की जरूरत. ग्रहण के दौरान क्या करना फलदायी होता है और कौन सी वो चीजें हैं, जिन्हें ग्रहण के दौरान नहीं करना चाहिए. इन्हीं सब पर आज हम बात करेंगे.
जब-जब इजराइल के प्रधानमंत्री ने दूसरे देश के नाम संदेश जारी किया है, उसके ठीक बाद बड़ी कार्रवाई हुई है. नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों के नाम संदेश भेजा था, जिसमें उन्होंने लेबनान की जनता से किसी भी तरह की दुश्मनी होने से इनकार किया था. इसके ठीक बाद वहां हिजबुल्लाह के ठिकानों पर IDF की कार्रवाई तेज हो गई थी.मिडिल ईस्ट में आगे क्या होने वाला है इस पर दुनिया के सभी देशों की नजरें टिकी हुई हैं. आज हम इन्हीं सब सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे. मगर चर्चा शुरू करने से पहले देखिये हमारी ये रिपोर्ट.
एक साथ कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा इजराइल चुन-चुन कर अपने दुश्मनों का खात्मा कर रहा है. हिजबुल्लाह की तो उसने कमर तोड़ कर रख दी है. ये वही हिजबुल्लाह है, जिसने इजराइल की नाक में दम कर रखा था. लेकिन आज उसका सुप्रीम लीडर समेत सभी बड़े नेता ढेर हो चुके हैं. क्या अब ऐसा ही हाल हूती विद्रोहियों का होने वाला है. हमास के बाद हिजबुल्लाह और अब हूती. क्या इजराइल अपने तीनों दुश्मनों के सफाये के मूड में है.चर्चा शुरू करने से पहले देखिये हमारी ये रिपोर्ट.