हालिया फिल्म 'सयारा' की सफलता ने बॉलीवुड में नई बहस को जन्म दिया है. इस फिल्म ने दुनिया भर में ₹500 करोड़ से अधिक का कारोबार किया और भारत में ₹306.03 करोड़ का नेट कलेक्शन दर्ज किया. सोशल मीडिया पर फिल्म की प्रमोशनल स्ट्रेटेजी और इमोशंस फैब्रिकेट करने के आरोपों पर चर्चा हुई. विशेषज्ञों ने बताया कि सोशल मीडिया अब फिल्मों के प्रचार का अहम जरिया बन गया है, लेकिन फिल्म की सफलता अंततः उसके कंटेंट पर निर्भर करती है. 'सयारा' के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और एक्सट्रीम प्रमोशनल स्टंट्स जैसे आईवी ड्रिप का इस्तेमाल किया गया. इसके साथ ही यह भी देखा गया कि दर्शकों की पसंद बदल रही है और युवा अब बड़े सितारों के बजाय वास्तविक और सरल किरदारों से जुड़ रहे हैं. ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के कारण बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच रचनात्मक प्रचार अभियानों की भूमिका अहम हो गई है. इंडस्ट्री को नई कहानियों और नए टैलेंट की आवश्यकता महसूस हो रही है.