कथावाचक बाबा बागेश्वर ऑस्ट्रेलिया में महंगी जैकेट और गुच्ची के चश्मे में दिखे, जिस पर सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं. बाबा ने ट्रोलर्स को जवाब देते हुए कहा, 'तुम्हे ज्यादा पेट में दर्द हो तो कल हम 120 की पहनेंगे बेटे.' यह विवाद धर्मगुरुओं के महंगे शौक और उनके 'मोह माया' से दूरी के उपदेशों के बीच विरोधाभास पर बहस छेड़ता है, जैसा पहले जया किशोरी के लाखों के बैग को लेकर भी हुआ था. कथावाचकों द्वारा ब्रांडेड वस्त्र पहनने और विलासी जीवनशैली अपनाने पर बहस छिड़ी है, जिसमें धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी जैसे नाम चर्चा में हैं. एक वक्ता ने कहा, 'सनातन को वस्त्र से मत भापिए, वस्त्र से मत पहचानिए. सनातन को पहचानना है तो शब्दों से पहचानने का प्रयास कीजिये.' चर्चा में संत और कथावाचक की परिभाषा, उनकी सामाजिक ज़िम्मेदारियों और धीरेंद्र शास्त्री की कथित 'पर्ची वाली शक्ति' पर भी विचार-विमर्श हुआ.