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Devuthani Ekadashi: विवाह की अड़चनें होंगी दूर? जानें बृहस्पति को मज़बूत करने के अचूक उपाय और राशिफल

देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर, जब भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जागृत होते हैं, मांगलिक कार्यों का पुनः शुभारंभ होता है. गुड न्यूज़ टुडे पर नवजोत संधावास ने ज्योतिष विशेषज्ञों आचार्य राज मिश्रा, डॉ. सुमित्रा अग्रवाल, राज जी, वान्या जी, श्रुति जी और राशिद के साथ इस महापर्व के महत्व पर विशेष चर्चा की. आचार्य राज मिश्रा के अनुसार, इस दिन केवल देव ही नहीं, ग्रह भी जागृत होते हैं. कार्यक्रम में चातुर्मास के समापन, विवाह और गृह-प्रवेश जैसे शुभ कार्यों पर लगी रोक हटने तथा शीघ्र विवाह के लिए तुलसी विवाह की पूजन विधि और महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया. विशेषज्ञों ने रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे शुभ संयोगों का उल्लेख किया, जो भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करने में सहायक होते हैं. इस दिन की गई पूजा-अर्चना को अश्वमेध यज्ञ के समान फलदायी बताया गया. ज्योतिषियों ने विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने और दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के अचूक उपाय सुझाए, जिनमें 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप और विष्णु सहस्रनाम का पाठ शामिल है. नवंबर 2025 में 2, 3, 12, 17, 21, 22, 23, 30 और दिसंबर 2025 में 4, 5, 6 विवाह के शुभ मुहूर्त बताए गए. साथ ही, दिसंबर 2025 से जनवरी 2026 तक शुक्रास्त के कारण विवाह कार्यों के स्थगन की जानकारी भी दी गई. विभिन्न राशियों के लिए तुलसी पूजा, मंत्र जाप और दान जैसे विशेष उपाय भी साझा किए गए.