गीता जयंती के पावन अवसर पर गुड न्यूज़ टुडे के विशेष कार्यक्रम में, धर्मशास्त्र के विद्वानों ने 2025 में श्रीमद्भगवद्गीता की प्रासंगिकता पर गहन चर्चा की. कार्यक्रम का मुख्य केंद्र यह था कि द्वापर युग में दिया गया श्रीकृष्ण का ज्ञान आज के युवाओं के लिए कैसे एक मार्गदर्शक बन सकता है, जो भागदौड़ भरी जिंदगी में अवसाद, चिंता और तनाव जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. विशेषज्ञों ने गीता के प्रथम अध्याय 'विषाद योग' को मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण बताया.