सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में गर्मी और उमस के कारण बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है. 12 जून 2025 को रात 11:09 बजे बिजली की मांग 8442 मेगावॉट रही, जो पिछले 10 वर्षों में 44% की वृद्धि दर्शाती है. दिल्ली की रोजाना बिजली की मांग का 67% हिस्सा गर्मी और उमस से जुड़ा है. मानसून में भी रात का तापमान सामान्य से छह डिग्री ज्यादा रहा, जिससे डिहाइड्रेशन, थकान, सिरदर्द, चक्कर आना और लू जैसी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ी हैं.