देव गुरु बृहस्पति 14 मई से मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे अगले 8 वर्षों तक देश और दुनिया पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा. ज्योतिषियों के अनुसार, यह परिवर्तन मौसम, अर्थव्यवस्था, और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में उथल-पुथल ला सकता है. एक ज्योतिषी ने कहा कि जब ये गुरु मिथुन राशि में आएगा तब पाकिस्तान का बहुत बुरा हाल होगा. यह गोचर विभिन्न राशियों के लिए अलग-अलग परिणाम लेकर आएगा, कुछ के लिए शुभ तो कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण. मिथुन राशि वालों के लिए विवाह के योग और करियर में उन्नति के अवसर हैं, वहीं कर्क राशि वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. भारत को अपनी वैश्विक स्थिति मजबूत करने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है. भारत को आंतरिक और बाह्य दोनों खतरों को परिभाषित करना होगा, विशेषकर बंगाल और पंजाब राज्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है. चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.