इजरायल ने 13 जून को सुबह-सुबह ईरान के परमाणु ठिकानों पर बड़ा हमला किया. इस हमले में ईरान के मुताबिक 78 लोगों की मौत हुई और 320 से अधिक घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने दावा किया कि मारे गए लोगों में अधिकांश आम नागरिक हैं, जबकि इजरायल का कहना है कि उसके निशाने पर सेना के अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक थे. इजरायल ने ईरान के खिलाफ अपने हमले को प्रिवेंटिव स्ट्राइक कहा. जिसमें लगभग 200 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया - जिनमें उन्नत F-35I Adir भी शामिल किए गए थे. इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया - जिनमें नतांज, फोर्दो और इस्फहान के परमाणु केंद्र मुख्य रुप से थे. इजरायली सेना का दावा है कि उसने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर, चीफ ऑफ स्टाफ और इमरजेंसी फोर्स कमांडर के साथ-साथ 6 टॉप वैज्ञानिकों को मार गिराया है.