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Lord Ram को क्यों कहा जाता है मर्यादा पुरुषोत्तम, उनकी जिंदगी से क्या सीख सकते हैं, क्या प्रेरणा ले सकते हैं? जानिए सबकुछ

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के गर्भगृह के ऊपर प्रथम तल पर श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी सहित पूरे राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुई. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे. यह दिन गंगा दशहरा का भी था, जिस दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण माना जाता है और देशभर में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान और दान किया. स्वामी यथ्यानंद गिरी जी ने कहा, "राम ने उपदेश नहीं करा. राम ने आचरण किया है, आचरण ही उनका उपदेश्य है," जो आज के समाज के लिए राम के आदर्शों के महत्व को दर्शाता है. अयोध्या में श्री राम मंदिर में राजा राम और राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई. वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि श्री राम का अवतार "मनुष्य को मनुष्य का पाठ पढ़ाने के लिए हुआ, कि मनुष्य का जीवन कैसा होना चाहिए." चर्चा में राम राज्य की स्थापना, युवाओं के लिए राम के आदर्शों की सीख, और राम के चरित्र की वैश्विक प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला गया.