
48 साल पहले साल 1974 में आज के दिन यानी 13 जुलाई को भारत ने पहला वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला था. ये मैच इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स के हेडिंग्ले में खेला गया था. इस मैच का नतीजा भारत के पक्ष में नहीं था. लेकिन दो बल्लेबाजों ने दुनिया को दिखा दिया था कि भारत भी एक दिन वनडे का बादशाह बनेगा. बाद में भारत ने साल 1983 और 2011 में वर्ल्ड कप जीता.
भारत हार गया था टॉस-
इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान अजीत वाडेकर टॉस हार गए थे. इंग्लैंड ने पहले भारत को बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया. भारत ने 53.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 265 रन बनाए. आपको बता दें कि पहले वनडे मैच 60-60 ओवर का होता था. लेकिन साल 1987 में वनडे क्रिकेट 50 ओवर का हो गया.
बृजेश और वाडेकर ने खेली थी शानदार पारी-
भारत की तरफ से दो बल्लेबाजों ने अर्धशतक बनाया था. बृजेश पटेल और कप्तान अजीत वाडेकर ने शानदार खेल दिखाया था. बृजेश पटेल ने 78 गेंदों में बेहतरीन 82 रन की पारी खेली थी. इस दौरान बृजेश ने 8 चौके और 2 छक्के लगाए थे. जबकि अजीत वाडेकर ने भी 67 रन की पारी खेली थी. इस पारी के लिए वाडेकर ने 82 गेंदों का सामना किया. अजीत वाडेकर ने इस दौरान 10 बार गेंद को सीमा रेखा के बाहर भेजा.
पहले इंटरनेशनल वनडे मैच में फारुख इंजीनियर ने 32 रन और सुनील गावस्कर ने 28 रन की पारी खेली थी. इसके अलावा सुधीर नाइक ने 18 रन और सैयद आबिद अली ने 17 रन बनाए थे. गुंडाप्पा विश्वनाथ ने 4 रन, एकनाथ सोल्कर ने 3 रन, मदन लाल 2 रन और वेंकेटराघवन ने एक रन बनाए थे. इंग्लैंड की तरफ से 3 विकेट क्रिस ओल्ड और 2-2 विकेट ज्योफ अर्नोल्ड, रोबिन जैकमैन और बॉब वूल्मर ने लिए थे.
गेंदबाजी में सोल्कर और बेदी चमके-
मैच में इंग्लैंड को 266 रन का टारगेट मिला. इंग्लैंड की टीम ने शानदार बल्लेबाजी की और मैच को अपने कब्जे में कर लिया. लेकिन टीम इंडिया की तरफ से एकनाथ सोल्कर और बिशन बेदी ने अपनी गेंदबाजी से दिल जीत लिया. एकनाथ सोल्कर ने 11 ओनर की गेंदबाजी की और 31 रन देकर दो खिलाड़ियों को आउट किया. जबकि बिशन बेदी ने 11 ओवर में 68 रन देकर 2 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा. मदन लााल और श्रीनिवास वेंकेटराघवन ने एक-एक विकेट लिया.
हालांकि इंग्लैंड ने मैच जीत लिया. लेकिन इस दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी संघर्ष करना पड़ा. इंग्लैंड ने 6 विकेट खोकर 51.1 ओवर में जीत हासिल की. इंग्लैंड की तरफ से जॉन एडरिच ने 90 रनों की पारी खेली. इसके अलावा टोनी ग्रेग ने 40 रन बनाए. केथ फ्लेचर ने 39 रनों की पारी खेली.
भारत बना वनडे चैपिंयन-
टीम इंडिया अपना पहला वनडे मैच हार गई थी. लेकिन उसके बाद भारत ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. टीम इंडिया के खेल में लगातार सुधार होता गया और वो वक्त भी आया, जब टीम इंडिया के हाथ में वर्ल्ड कप की ट्रॉफी थी. साल 1983 में भारत ने कपिल देव की अगुवाई में वर्ल्ड कप जीत लिया. इतना ही नहीं, अब तक भारत दो बार वनडे मैचों का वर्ल्ड कप जीत चुका है. साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप जीता था.
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