
चेतेश्वर पुजारा ने इंटनरेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया है. राहुल द्रविड़ के बाद टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा इंडियन टीम की दीवार बने. पुजारा ने राहुल द्रविड़ की कमी-सी पूरी कर दी थी. अब भारतीय टीम के चेतेश्वर पुजारा ने इंटरेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. चेतेश्वर पुजारा ने दो साल से कोई इंटरनेशल मैच नहीं खेला था. आखिरी बार चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए जून 2023 में टेस्ट मैच खेला था.
चेतेश्वर पुजारा ने इंटरनेशनल क्रिकेट से अलविदा कह दिया. पुजारा ने सोशल मीडिया के जरिए इसका ऐलान किया. चेतेश्वर पुजारा ने सोशल मीडिया पर एक नोट शेयर किया. पुजारा ने लिखा, राजकोट के छोटे से कस्बे से एक छोटे से लड़के के रूप में अपने माता-पिता के साथ मैंने सितारों का लक्ष्य रखा और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना देखा. तब मुझे बिल्कुल भी अंदाज़ा भी नहीं था कि यह खेल मुझे इतना कुछ देगा- अमूल्य अवसर, एक्सपीरियंस, मकसद, लव और सबसे बढ़कर अपने राज्य और इस महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.
पुजारा ने इमोशनल मैसेज में कहा, भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर कदम रखते ही अपनी बेस्ट परफॉर्मेस देने की कोशिश करना. शब्दों में इसे बयां करना असंभव है कि इसका असली मतलब क्या था लेकिन जैसा कि कहते हैं सभी अच्छी चीजों का अंत होना ही चाहिए. मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. चेतेश्वर पुजारा ने बीसीसीआई और सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन का शुक्रिया अदा किया.
चेतेश्वर पुजारा से पहले उनके दो साथियों ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया है. रोहित शर्मा और विराट कोहली के बाद चेतेश्वर पुजारा ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेतेश्वर पुजारा ने कई शानदार पारी खेली लेकिन सबसे अच्छी इनिंग 2021 में गाबा टेस्ट की मानी जाती है. उस इनिंग में पुजारा ने सेंचुरी नहीं जड़ी लेकिन अपनी साहसी पारी के लिए जाने जाते हैं. गाबा टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के घातक गेंदबाज मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड थे.
ऑस्ट्रिलिया को गाबा मैच जीतने के लिए जल्दी विकेट निकालने थे. ऐसे में पुजारा चट्टान के सामने खड़े हो गए. पुजारा ने जमकर ऑस्ट्रेलिया के बॉलर्स को छकाया. कंगारू बॉलर्स परेशान होकर पुजारा की बॉडी पर बॉल डालने लगे. पुजारा शरीर पर बॉल खाते रहे लेकिन क्रीज पर डटे रहे. कभी उंगली पर बॉल लगी तो कभी कमर पर. एक बार तो वो दर्द की मारे पिच पर पांच मिनट बैठे रहे. चेतेश्वर पुजारा ने 56 रनों की पारी के लिए 211 गेंदें खेलीं. बाद में ऋषभ पंत आए और मैच जिताया. गाबा का घमंड तोड़ने में पुजारा ने बड़ा योगदान दिया.
चेतेश्वर पुजारा का इंटरेशनल करियर लगभग 15 साल का रहा. पुजारा का टेस्ट डेब्यू 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था. चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट डेब्यू में 72 रनों की शानदार पारी खेली थी. चेतेश्वर पुजारा का टेस्ट करियर शानदार रहा. पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले. चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट में टीम इंडिया के लिए 7195 रन बनाए. पुजारा ने टेस्ट में 19 सेंचुरी और 35 फिफ्टी जड़ीं.
पुजारा का टेस्ट करियर तो बेहद अच्छा रहा लेकिन वनडे में पुजारा को ज्यादा मौके नहीं मिले. चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए कुल 5 वनडे मैच खेले. 5 वनडे में पुजारा ने सिर्फ 51 रन बनाए. पुजारा को भारत के लिए टी-20 मैच खेलने का मौका नहीं मिला. भारत के लिए कई मैच जिताने वाले चेतेश्वर पुजारा अब कभी इंडियन टीम की जर्सी में नहीं दिखाई देंगे.