भारत ने Commonwealth Games 2022 में छठा स्वर्ण पदक जीत लिया है. और यह गोल्ड मेडल देश के लिए जीता है पैरा-पावरलिफ्टर सुधीर ने. वह पुरुषों के हैवीवेट वर्ग के फाइनल में टॉप पर रहे. साल 2018 में एशियाई पैरा खेलों के कांस्य पदक विजेता सुधीर ने अपने पहले प्रयास में 208 किग्रा भार उठाया और फिर इसे बढ़ाकर 212 किग्रा कर दिया.
अपनी तीसरी लिफ्ट में, सुधीर ने 217 किग्रा भार उठाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए. हालांकि, इसका कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि तब तक सुधीर गोल्ड मेडल जीत चुके थे.
4 साल की उम्र में हुआ पोलियो
हरियाणा के सोनीपत में एक किसान परिवार में जन्मे सुधीर बचपन में पोलियो का शिकार हो गए था. तेज बुखार के कारण, उन्हें चार साल की उम्र में पोलियो हो गया था. लेकिन उन्होंने अपनी इस कमी को कभी भी अपने लक्ष्य के आड़े नहीं आने दिया. खेलों में उनकी हमेशा से बहुत ज्यादा रुचि थी. जिस कारण उन्हें वेटलिफ्टिंग में मजा आने लगा.
सुधीर ने 2013 में अपने खेल करियर की शुरुआत की और 2016 में अपने पहले सिविल्स में स्वर्ण पदक जीता. सुधीर ने 2018 में एशियाई पैरा गेम्स 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया और कांस्य पदक हासिल किया.
वेटलिफ्टिंग के सीनियर कोच हैं सुधीर
सुधीर वर्तमान में हरियाणा सरकार के लिए एक वरिष्ठ कोच (वेटलिफ्टिंग) के रूप में कार्यरत हैं. उन्हें 2018 में 17वीं सीनियर और 12वींजूनियर नेशनल पैरा पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में "स्ट्रॉन्ग मैन ऑफ इंडिया" के नाम से भी सम्मानित किया गया है. सुधीर ने कॉमनवेल्थ गेम्स के पैरा-इवेंट्स में अपने पदक से भारत का खाता खोला है.