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8 गेंदों में जड़े 8 छक्के... जानें कौन है वो खिलाड़ी जिसने रचा नया इतिहास

मेघालय के क्रिकेटर आकाश कुमार चौधरी ने रणजी ट्रॉफी 2025-26 में इतिहास रच दिया. उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 8 गेंदों पर 8 छक्के जड़कर और 11 गेंदों में अर्धशतक बनाकर सबसे तेज फिफ्टी का नया रिकॉर्ड कायम किया.

भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक नया इतिहास रच दिया गया है. रणजी ट्रॉफी 2025-26 के प्लेट ग्रुप मैच में मेघालय के खिलाड़ी आकाश कुमार चौधरी ने ऐसी पारी खेली, जिसे क्रिकेट प्रेमी आने वाले कई सालों तक याद रखेंगे. अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में आकाश ने सिर्फ 8 गेंदों पर लगातार 8 छक्के जड़कर ऐसा कारनामा किया, जो अब तक किसी भी भारतीय या विदेशी खिलाड़ी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नहीं किया था. इतना ही नहीं, उन्होंने महज 11 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया.

आकाश चौधरी की यह पारी क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज़ फिफ्टी के रूप में दर्ज हो चुकी है. इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के खिलाड़ी वेन व्हाइट के नाम था, जिन्होंने 12 गेंदों में अर्धशतक बनाया था. लेकिन आकाश ने इस रिकॉर्ड को एक गेंद पहले तोड़कर भारतीय क्रिकेट में नया अध्याय जोड़ दिया. इस पारी में उनका स्ट्राइक रेट 450 से भी ऊपर रहा, जो इस बात को दर्शाता है कि उन्होंने हर गेंद को स्टेडियम से बाहर पहुंचाने का इरादा बनाकर मैदान में कदम रखा था.

गेंदबाज के साथ धांसू बल्लेबाज
आकाश कुमार चौधरी मेघालय की घरेलू टीम से खेलते हैं. 25-26 वर्ष की उम्र में उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर यह कारनामा कर दिखाया. दिलचस्प बात यह है कि आकाश को शुरुआत में मुख्य रूप से एक गेंदबाज के रूप में जाना जाता था, लेकिन इस पारी ने उन्हें एक विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में पहचान दिला दी. वे दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और अपनी ताकतवर हिटिंग क्षमता के लिए अब मशहूर हो चुके हैं.

फैंस ने दिया 'युवराज सिंह पार्ट 2' का नाम
यह रिकॉर्ड न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि भारतीय घरेलू क्रिकेट के लिए भी गर्व का क्षण है. रणजी ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में इस तरह की पारी देखने को मिलना बेहद दुर्लभ होता है. आकाश चौधरी ने न केवल अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि यह भी साबित किया कि अगर हिम्मत और आत्मविश्वास हो, तो कोई भी खिलाड़ी असंभव को संभव बना सकता है. उनकी यह पारी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, और फैंस उन्हें “युवराज सिंह पार्ट 2” कहकर बुला रहे हैं, क्योंकि उन्होंने भी 8 गेंदों में 8 छक्के जड़कर युवराज के 6 छक्कों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है.

आकाश चौधरी की यह पारी भारतीय क्रिकेट के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है. छोटे राज्यों और नई टीमों से आने वाले खिलाड़ियों के लिए यह संदेश है कि प्रतिभा को मंच चाहिए, नाम अपने आप बनता है. मेघालय के इस खिलाड़ी ने यह साबित कर दिया कि मेहनत, जुनून और विश्वास से कोई भी खिलाड़ी इतिहास रच सकता है.