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Faridkot: छोटे से गांव से आने वाले 3 खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल मुकाबलों में जीता गोल्ड मेडल, गांव में भव्य स्वागत

पंजाब के फरीदकोट के तीन खिलाड़ियों ने हाल ही में किर्गिस्तान में आयोजित एशियन खेलों के दौरान पावरलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया है. आकाशदीप सिंह, तीरकरन सिंह और वरिंदर सिंह माणूके ने गोल्ड मेडल हासिल किए हैं. ये खिलाड़ी पंजगराई गांव के रहने वाले हैं. गांव में इनका भव्य स्वागत किया गया.

3 players coming from a small village won the gold medal 3 players coming from a small village won the gold medal

पंजाब के फरीदकोट के छोटे से गांव पंजगराई कलां के 3 नौजवानों और उनके कोच ने किर्गिस्तान में हुए एशियन खेलों के दौरान पावरलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीतकर न सिर्फ फरीदकोट, बल्कि पंजाब और देश का नाम रौशन किया. एक खिलाड़ी ने तो इस खेल में दो वर्ल्ड रिकार्ड भी तोड़े हैं. इन खिलाड़ियों का पंजगराई कलां में भव्य स्वागत किया गया.

खिलाड़ियों को गोल्ड पर निशाना-
फ़रीदकोट के एक छोटे से गांव पंजगराई कलां के रहने वाले तीरकरन सिंह और आकाशदीप सिंह के साथ उनके कोच वरिंदर सिंह माणूके ने पिछले दिनों किर्गिस्तान में आयोजित एशियन गेम्स के दौरान पावरलिफ्टिंग मुकाबलों में हिस्सा लिया था. इन खिलाड़ियों ने रशिया, जापान, चीन आस्ट्रिया, ईरान जैसे देशों के खिलाड़ियों के साथ मुकाबला करते हुए गोल्ड मेडल जीते. जबकि खिलाड़ी तीरकरन सिंह ने पावरलिफ्टिंग स्केवट और बैंच दोनों श्रेणियों में वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया. तीरकरन सिंह ने इससे पहले दुबई में आयोजित हुई खेलों के दौरान भी स्वर्ण पदक हासिल किया था.

कोच के साथ खिलाड़ियों ने भी जीते मेडल-
कोच वरिंदर सिंह माणूके ने बताया कि वे पिछले काफी समय से पावरलिफ्टिंग खेलों की तैयारी कर रहे हैं. इसके साथ ही वे गांव के युवाओं को प्रशिक्षण भी देते हैं. इस बार किर्गिस्तान में हुए एशियन गेम्स में उनके साथ-साथ उनके दो शिष्यों तीरकरन सिंह और आकाशदीप सिंह ने भी भाग लिया था. इन खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल हासिल किए.

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उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धि को देखते हुए सरकार को उनकी सहायता करनी चाहिए, क्योंकि अगर एक खिलाड़ी को तैयार करना हो तो उसकी किट ही 70 से 80 हजार रुपए की आती है. इसके अलावा विदेश जाने का खर्च भी उन्हें अपनी जेब से भरना पड़ता है. इसलिए जहां सरकार उन्हें सहायता करें, वहीं उन्हें नौकरियां भी प्रदान करे.

16 साल की उम्र से खेल रहे हैं तीरकरन सिंह-
खिलाड़ी तीरकरन सिंह ने बताया कि वह 16 साल की आयु से खेलने लगा था और पावरलिफ्टिंग में उसने शानदार प्रर्दशन किया. इस बार किर्गिस्तान में उसने दो वर्ल्ड रिकार्ड तोड़े. जिनमें एक स्केवट श्रेणी में, जो पहले 300 किलो का वर्ल्ड रिकार्ड था, अब 5 किलो अधिक लगा कर उसने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया. इसी तरह बैंच श्रेणी में पहले 180 किलो का वर्ल्ड रिकॉर्ड था, उसमें भी उसने पांच किलो अधिक लगा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा. उन्होंने पंजाब सरकार से उन्हें स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी देने की मांग भी उठाई.

आगे भी देश का नाम रोशन करेंगे- आकाशदीप
आकाशदीप सिंह गिल ने बताया कि वह 15 वर्ष की आयु से पावरलिफ्टिंग कर रहे हैं. अब किर्गिस्तान में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है. उन्होंने कहा कि वे सभी अब आगे वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे.

इस दौरान गांव की पूर्व सरपंच अमरजीत कौर ने कहा कि एक ओर सरकार राज्य को खेलों के क्षेत्र में आगे लेकर जाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर इस तरह की उपलब्धियां हासिल करने वाले युवाओं की हौसला अफजाई भी नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विधायक अमोलक सिंह और बड़े नेता एवं स्पीकर कुलतार सिंह संधवां भी जिले से ही हैं. लेकिन उन्होंने इन खिलाड़ियों की कोई खबर नहीं ली.

(प्रेम कुमार पासी की रिपोर्ट)

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