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Happy Birthday Leander Paes: खिलाड़ी फैमिली में पैदा हुए लिएंडर पेस ने ओलंपिक में रच दिया था इतिहास, जानिए टेनिस के इस खिलाड़ी की कहानी

Leander Paes: लिएंडर पेस टेनिस का जाना पहचान नाम हैं. उन्होंने 18 ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए हैं. महेश भूपति के साथ उनकी जोड़ी का नाम टेनिस के इतिहास में दर्ज है. भारत में टेनिस की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय लिएंडर पेस को जाता है.

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हाइलाइट्स
  • बचपन में फुटबॉलर बनना चाहते थे लिएंडर पेस

  • 18 ग्रैंड स्लैम और ओलंपिक मेडल जीते हैं

लिएंडर पेस को भारत में टेनिस की दुनिया का सबसे कामयाब खिलाड़ी माना जाता है. उन्होंने महेश भूपति के साथ मिलकर दुनिया की नंबर वन जोड़ी बनाई. लिएंडर पेस को ग्रैड स्लैम तक में सफलता मिली. लिएंडर पेस के नाम 18 ग्रैंड स्लैम हैं. उन्होंने साल 1996 में ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. लिएंडर पेस ने 7 बार ओलंपिक में देश के लिए टेनिस खेला. लिएंडर पेस राजीव गांधी खेल रत्न, पद्मश्री जैसे सम्मान से नवाजे गए.

लिएंडर पेस का बचपन-
लिएंडर पेस का जन्म 17 जून 1973 को गोवा में हुआ था. लेकिन उनकी परवरिश कोलकात में हुई. पेस ने 5 साल की उम्र से खेलना शुरू कर दिया था. जब वो 8-9 साल के थे तो फुटबॉल खेलना चाहते थे. जब वो 12 साल के थे तो यूरोप के जूनियर सॉकर प्रोग्राम के लिए सलेक्ट हो गए. उस वक्त उसने कहा गया कि यूरोप जाओ और किसी क्लब के लिए खेलो. लेकिन वो वापस लौट आए. बाद में वो टेनिस में उतरे और जल्द ही सीखने लगे. 

सर्द रात में की प्रैक्टिस, फिर मिली जीत-
1991 में लिएंडर पेस जर्मनी के वूजबर्ग गए थे. उस वक्त वो सिर्फ 18 साल के थे. अगले दिन टूर्नामेंट खेलना था. सर्दी बहुत थी. लेकिन स्टोर कीपर ने रात में प्रैक्टिस की इजाजत दे दी. सारे दरवाजे बंद कर दिए. सिर्फ एक खिड़की खुली छोड़ दी, ताकि इमरजेंसी में वहां से बाहर निकला जा सके. पेस ने सारी रात प्रैक्टिस की और जब अगले दिन मैच में उतरे तो जीत हासिल की.

ओलंपिक में रचा इतिहास-
साल 1996 में अटलांटा ओलंपिक में लिएंडर पेस ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. सिंगल के सेमीफाइल में पेस आंद्रे अगासी से हार गए. लेकिन ब्राजील के फेरनान्डो एरिएल मेलिगेनी से हराकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया. भारत ने 44 साल बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत स्पर्धा में कोई मेडल जीता था.

ग्रैड स्लैम में प्रदर्शन-
लिएंडर पेस ने साल 1999 में विंबलडन और फ्रेंच ओपन में युगल खिताब जीता. उसी साल लिएंडर दुनिया के नंबर वन युगल खिलाड़ी बने. साल 2001 में महेश भूपति के साथ मिलकर फिर से फ्रेंच ओपन जीता. साल 2003 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और विंबलडन जीता. इस बार उनकी जोड़ीदार मार्टिना नवरातिलोवा रहीं. साल 2006 में लिएंडर ने  यूएस ओपन युगल खिताब जीता. साल 2009 में फ्रेंच ओपन, यूएस ओपन पुरुष युगल में जीत हासिल की. 

लिएंडर के पिता भी ओलंपियन हैं-
लिएंडर के पिता वेस पेस हॉकी प्लेयर और ओलंपियन हैं. उन्होंने म्यूनिख ओलंपिक में नीदरलैंड्स को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था. जबकि लिएंडर की मां जेनिफर पेस 1980 में एशियन बास्केटबॉल चैंपियनशिप में भारतीय टीम की कप्तान रह चुकी हैं.

टूट गई पेस-भूपति की जोड़ी-
भारत में टेनिस की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी को जाता है. लिएंडर पेस और महेश भूपति ने टेनिस में भारत को कई उपलब्धियां दिलाई. लेकिन एक तरफ टेनिस में दोनों खिलाड़ियों की तूती बोलने लगी थी तो दूसरी तरफ दोनों में टकराव भी बढ़ता जा रहा था. साल 1999 में इनकी जोड़ी दुनिया में नंबर वन रही. लेकिन साल 2006 में भारत में टेनिस की पहचान ये जोड़ी टूट गई. दोनों के रिश्तों को लेकर एक सीरीज ब्रेक प्वाइंट भी बनी है.

पेस का विवाद-
लिएंडर पेस साल 2005 से मॉडल रिया पिल्लई के साथ रह रहे थे. उनकी एक बेटी अयाना भी है. लेकिन वो ये जोड़ी टूटी तो रिया ने कहा कि वो शादीशुदा हैं. जबकि पेस ने हमेशा शादी से इनकार किया. उनकी बेटी अयाना को ब्रेन ट्यूमर की बीमारी का पता चला. जिसके इलाज के लिए रिया ने अतिरिक्त गुजारा भत्ता की मांग की. लेकिन ये विवाद कोर्ट में चला गया.

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