scorecardresearch

'Chewing Gum थूकी... वह भी छक्का चला गया...' IPL 2024 में स्टेडियम की छोटी बाउंड्री पर खुलकर बोले Ravichandran Ashwin

आईपीएल के इस सीजन में आठ बार 250 रन का आंकड़ा पार हो चुका है. बल्लेबाज और दर्शक इस रनफेस्टा का भरपूर मजा ले रहे हैं लेकिन गेंदबाजों के लिए खेल में आए ये बदलाव सिरदर्द बन गए हैं.

Rajasthan Royals player R Ashwin (Photo/PTI) Rajasthan Royals player R Ashwin (Photo/PTI)
हाइलाइट्स
  • इस सीजन बन चुके हैं सबसे ज्यादा 250 प्लस स्कोर

  • दो बार टूट चुका है सबसे बड़े आईपीएल स्कोर का रिकॉर्ड

आईपीएल 2024 (IPL 2024) अगर किसी एक चीज के लिए याद किया जाएगा तो वह है बड़े स्कोर. इस सीजन में 250 रन का आंकड़ा आठ बार पार हो चुका है. इससे पहले 16 आईपीएल सीजन्स में सिर्फ दो बार ही 250 रन का आंकड़ा छुआ गया था. सनराइजर्स हैदराबाद तो इसी सीजन में दो बार सबसे बड़े आईपीएल स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है.
खेल के सबसे छोटे प्रारूप में आए ये बदलाव ऐसे तो दर्शकों और बल्लेबाजों दोनों के लिए रोमांचक हैं. लेकिन गेंदबाज इसका आनंद नहीं ले रहे हैं. भारत के दिग्गज ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने खुलकर इसपर अपने विचार भी जाहिर किए हैं.  

"हमारे मैदान मॉडर्न क्रिकेट के लिए फिट नहीं हैं."
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के लिए खेलने वाले अश्विन ल्यूमिनस पावर टेक्नॉलोजीस की ओर से आयोजित एक मीट एंड ग्रीट आयोजन में बोल रहे थे. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आईपीएल के विशाल स्कोर एक गेंदबाज के तौर पर उन्हें परेशान करते हैं, तो उन्होंने मॉडर्न क्रिकेट में मैदानों के लगातार छोटे होने पर मुखर होकर चिंता जाहिर की.
अश्विन ने कहा, "यह शानदार है कि खेल किस तरह बदल रहा है. बल्लेबाज कैसे ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे हैं. लेकिन एक बात मैं कहना चाहता हूं कि हम जिन स्टेडियम्स में खेल रहे हैं वो मॉडर्न क्रिकेट के लिए फिट नहीं हैं." 
उन्होंने कहा, "इन्हें 1960-70 के दशक में बनाया गया था. खेल अब बहुत बदल चुका है. पहले बैट अलग होते थे, आज अलग हैं. बाउंड्री अब भी उतनी ही बड़ी है. उसके बाद स्पॉन्सर भी आ गए हैं जो चाहते हैं कि बाउंड्री के चारों तरफ एलईडी होर्डिंग्स हों. उससे भी मैदान कुछ गज छोटा हो जाता है."

उन्होंने कहा, "जाहिर है, लोग बल्लेबाजों को देखने स्टेडियम आते हैं. अंत में बात यहीं आ जाती है कि खेल बदल रहा है और आपको उसके हिसाब से ढलने का तरीका ढूंढना होगा." 

सम्बंधित ख़बरें

"च्वींग गम थूकी... सिक्सर चला गया"
अश्विन ने इस दौरान सवाई मानसिंह स्टेडियम और ईडन गार्डन से जुड़े दो किस्से भी सुनाए जहां वह बाउंड्री की दूरी देखकर हैरान हो गए थे.
अश्विन ने इस मजाकिया बातचीत के दौरान बताया, "हम ईडन गार्डन में (RR vs KKR) खेल रहे थे. मैं शॉर्ट थर्ड मैन पर खड़ा फील्डिंग कर रहा था. मैं 47 या 48 रन दे चुका था. मैं काफी गुस्से में था क्योंकि मैं कुछ रन बचा सकता था. मैं सोच ही रहा था कि मैं कहां रन बचा सकता था, और मैं च्वींग गम (Chewing gum) चबा रहा था. तभी मैं पीछे मुड़ा और मैंने च्वींग गम थूकी. मुझे हैरानी हुई कि वह भी छक्का चला गया. मैंने सोचा कि इस खेल में बराबरी कहां है?!" 

अश्विन ने सवाई मानसिंह स्टेडियम के बारे में बताया, "हमारा पहला मैच जयपुर में था. तो जब हम वहां गए तो वहां बाउंड्री काफी बड़ी थी. मैं अपने करियर के उस पड़ाव पर हूं जहां मुझे बाउंड्री से पिच तक जाने के लिए साइकिल की जरूरत पड़ रही थी. फिर जब हम दूसरा मैच खेलने गए तो मैं पैदल ही मैदान कवर कर ले रहा था. तीसरी बार में तो मैदान 'च्वींग गम थूकने वाली दूरी' पर आ गया."

बॉन्ड बोले, बदल चुकी है बल्लेबाजी
इस मौके पर राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजी कोच शेन बॉन्ड, युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और रोवमैन पॉवेल भी मौजूद रहे. जब बॉन्ड से यही सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं दरअसल इसे पसंद करता हूं। बल्लेबाज जिस तरह पहली ही गेंद से आक्रामक रहते हैं मैं उसकी तारीफ करता हूं. पहली ही गेंद से गेंदबाज पर हावी रहने की मानसिकता कमाल है. गेंदबाजों के लिए यह अच्छी गेंदबाजी करने का मौका है. हमारी टीम ने सिर्फ दो बार 200 से ज्यादा रन दिए हैं. आप आखिरकार एक खिलाड़ी के तौर पर बेहतर ही होते रहना चाहते हैं. बल्लेबाजी पिछले कुछ सालों में बेहतर हुई है. गेंदबाजों को उन तक पहुंचने में बस थोड़ा समय लग रहा है. 

गौरतलब है कि रॉयल्स इस समय आईपीएल प्वॉइंट्स टेबल में नंबर एक टीम है. इस टीम ने अब तक 10 में से आठ मैच जीते हैं जबकि सिर्फ दो में इसे हार मिली है. रॉयल्स का अगला मुकाबला मंगलवार को दिल्ली कैपिटल्स से होगा.