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हादसे में गंवाए दोनों हाथ पर नहीं हारी हिम्मत, आज तैराकी के साथ ताइक्वांडो में भी कर रहे देश का नाम रोशन

जोधपुर के पिंटू गहलोत तैराकी के साथ ताइक्वांडो में भी महारत रखते हैं. दोनों ही स्पोर्ट्स में वह भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे है. हाल ही में उन्होंने तैराकी चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है और अब उनका एशियन गेम्स के लिए चयन हुआ है.

Pintu Gehlot (Photo: Facebook) Pintu Gehlot (Photo: Facebook)
हाइलाइट्स
  • हादसे में गंवाए दोनों हाथ

  • तैराकी के साथ करते हैं ताइक्वांडों भी

राजस्थान में जोधपुर के रहने वाले पिंटू गहलोत ने उदयपुर में आयोजित राष्ट्रीय पैरा स्वीमिंग चैपियनशिप के एस—6 वर्ग में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए रजत पदक हासिल किया है. इसके साथ ही चैंपियनशिप में उन्होंने देश भर में दूसरा स्थान हासिल किया है. 

पिंटू के दोनों हाथ नहीं हैं लेकिन वह बेहतरीन एथलीट हैं. एशियन पैरा गेम्स के लिए भी उनका चयन हो गया है. जिसके लिए उन्हें स्पोर्ट्स ऑथरेटिव ऑफ इंडिया के कैंप में प्रशिक्षण मिलेगा. 

तैराकी के साथ करते हैं ताइक्वांडों भी

उदयपुर में कामयाबी हासिल करने के बाद पिंटू गहलोत सोमवार को जोधपुर पहुंचे तो ग्राम वासियों ने उनका रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया. पिंटू ने बताया कि वह तैराकी के साथ-साथ ताइक्वांडों जैसे खेल भी खेलते हैं. 

जिसके तहत हाल ही में उन्होंने ईरान आयोजित प्रसिडेंट कप में भाग लिया था. अब यूरोपियन प्रसिडेंट कप में भाग लेने के लिए लंदन जाएंगे. बता दें कि 37 साल के पिंटू गहलोत ने दो अलग-अलग हादसों में अपने दोनों हाथ गंवा दिए थे. पर हार नहीं मानी.

उन्होंने तैराकी जारी रखीय कोरोना के चलते स्विमिंग पूल बंद हुए तो ताइक्वांडों सीखा और वहां भी सफलता मिली. पिंटू का ख्वाब है कि वह पैरा ओलंपिक में भाग लेकर देश के लिए पदक जीतें. 

(अशोक शर्मा की रिपोर्ट)