
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने संजोग गुप्ता को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है. गुप्ता हाल ही में जियोस्टार स्पोर्ट्स के सीईओ भी रह चुके हैं. आईसीसी ने 25 देशों से आए 2500 उम्मीदवारों की लिस्ट से संजोग को इस काम के लिए चुना है. उनकी नियुक्ति को आईसीसी चेयरमैन जय शाह ने मंजूरी दी है और उनका सबसे बड़ा काम क्रिकेट को वैश्विक मंच पर लोकप्रिय करना और ओलंपिक की तैयारी करना होगा.
संजोग गुप्ता की नियुक्ति न सिर्फ वैश्विक मंच पर भारतीय क्रिकेट प्रशासन के बढ़ते वर्चस्व को दिखाती है, बल्कि गुप्ता के निजी सफर का दर्पण भी है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक खेल पत्रकार के तौर पर की थी और अब वह क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन के शिखर पर पहुंच गए हैं. आइए डालते हैं गुप्ता के जीवन पर एक नज़र.
दिल्ली से दुबई तक का सफर
गुप्ता ने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली में एक पत्रकार के रूप में की थी. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से 2002 में अर्थशास्त्र (ऑनर्स) में डिग्री हासिल करने के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखा. यहां उनकी लेखनी और खेल के प्रति जुनून ने उन्हें जल्द ही पहचान दिलाई. साल 2010 में वह स्टार इंडिया से जुड़े जहां उन्होंने कंटेंट और स्ट्रैटेजी के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई. स्टार इंडिया में उनके योगदान ने भारतीय खेल प्रसारण को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
कुछ सालों बाद डिज्नी और स्टार का मर्जर हो गया. इसके बाद 2020 में उन्हें डिज्नी स्टार इंडिया में खेल विभाग का प्रमुख बना दिया गया. जब 2024 में वायकॉम18 और डिज्नी स्टार का 8.5 बिलियन डॉलर का विलय हो गया तो वह जियोस्टार स्पोर्ट्स के सीईओ बने. इसी दौरान गुप्ता ने आईसीसी के सीईओ के पद के लिए आवेदन किया और उन्हें इसके लिए चुन लिया गया है.
सिर्फ क्रिकेट तक नहीं रहे सीमित
गुप्ता का करियर केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल), प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल), और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) जैसे बड़े खेल आयोजनों को ग्लोबल ब्रांड बनाने में अहम भूमिका निभाई है. उनकी लीडरशिप में जियोस्टार ने अलग-अलग भाषाओं में कवरेज, डिजिटल-फर्स्ट स्ट्रैटेजी और महिला खेलों को बढ़ावा देने जैसे विचारों को अपनाया है.
इसके अलावा, उन्होंने प्रीमियर लीग और विंबलडन जैसे ग्लोबल खेल आयोजनों की लोकप्रियता को भारत में बढ़ाने पर भी जोर दिया है. एक खेल एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर उन्होंने खेलों को ज्यादा इनक्लुसिव बनाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को खेलों से जोड़ने की कोशिश की है. उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें फॉर्च्यून की "40 अंडर 40" लिस्ट में शामिल किया गया. वह फिक्की की खेल और युवा मामलों की समिति के अध्यक्ष भी हैं.
नियुक्ति पर क्या बोले गुप्ता?
आईसीसी के सातवें सीईओ के रूप में गुप्ता का लक्ष्य क्रिकेट को एक ऐसा खेल बनाना होगा जो बाहें खोलकर दुनियाभर के लोगों का स्वागत करे. वह 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी को एक बड़े अवसर के रूप में देखते हैं. उनके विजन में फैन एक्सपीरियंस को बेहतर करना, डिजिटल तकनीक का उपयोग बढ़ाना और महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाना शामिल है.
जय शाह ने उनकी नियुक्ति पर कहा, "संजोग का खेल स्ट्रैटेजी और व्यावसायीकरण में अनुभव आईसीसी के लिए अमूल्य होगा. वैश्विक खेलों के साथ-साथ मीडिया एवं मनोरंजन परिदृश्य के बारे में उनकी गहरी समझ, क्रिकेट प्रशंसकों के दृष्टिकोण से जुड़ी उनकी जिज्ञासा और टेक्नोलॉजी के प्रति जुनून आने वाले सालों में खेल को आगे बढ़ाने की हमारी महत्वाकांक्षा में अहम साबित होंगे."
गुप्ता ने कहा, "यह अवसर पाना सौभाग्य की बात है. खासकर ऐसे समय में जब क्रिकेट अभूतपूर्व ग्रोथ की ओर अग्रसर है और इसे दुनिया भर में लगभग दो अरब फैन्स का समर्थन मिला हुआ है."
संजोग गुप्ता की यह यात्रा एक पत्रकार से लेकर वैश्विक क्रिकेट प्रशासन के शीर्ष पद तक भारतीय प्रतिभा और संकल्प का प्रतीक है. उनकी लीडरशिप में क्रिकेट का भविष्य न केवल रोमांचक, बल्कि वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रभावशाली होने की उम्मीद है.