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'सदगुरु' बनकर महिला से 3.75 करोड़ ठग लिए, पहले WhatsApp ग्रुप में जोड़ा और फिर इनवेस्टमेंट के नाम पर लेते रहे पैसे

घटना कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के सीवी रमन नगर की रहने वाली 57 वर्षीय महिला के साथ हुई. उन्होंने फरवरी से अप्रैल 2025 के बीच धीरे-धीरे यह रकम निवेश के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉडस्टर्स को ट्रांसफर की.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो में सदगुरु एक शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की तारीफ कर रहे थे. वीडियो देख एक महिला को लगा कि ये सचमें सदगुरु ही हैं. लेकिन हकीकत ठीक इसके उलट थी. वो डीपफेक वीडियो था. इस वीडियो के जरिए महिला से करीब 3.75 करोड़ रुपये की ठगी कर ली गई.

घटना कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के सीवी रमन नगर की रहने वाली 57 वर्षीय महिला के साथ हुई. उन्होंने फरवरी से अप्रैल 2025 के बीच धीरे-धीरे यह रकम निवेश के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉडस्टर्स को ट्रांसफर की.

कैसे शुरू हुआ धोखा देने का सिलसिला
महिला अपने मोबाइल पर सोशल मीडिया ब्राउज कर रही थीं, तभी एक रील सामने आई जिसमें कथित रूप से सदगुरु बता रहे थे कि कैसे केवल 250 डॉलर (करीब 20,000) से निवेश की शुरुआत कर लाखों कमाए जा सकते हैं. आवाज, चेहरा और अंदाज बिल्कुल असली लग रहे थे.

इस वीडियो में दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही उन्हें एक वेबसाइट पर ले जाया गया, जहां उनसे नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल जैसी जानकारी मांगी गई. जल्द ही उन्हें ‘मिरॉक्स’ नाम की कंपनी से कॉल आया.

महिला को एक WhatsApp ग्रुप में जोड़ा गया जिसमें करीब 100 लोग शामिल थे. ग्रुप में लोग अपने इनवेस्टमेंट और कमाई के स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे थे. इससे महिला को यकीन हो गया कि यह प्लेटफॉर्म असली है. महिला को कॉल पर ट्रेडिंग सिखाई गई.

फरवरी से अप्रैल के बीच महिला ने कई बार में कुल 3.75 करोड़ रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए. स्क्रीन पर उन्हें लगातार मुनाफा दिखाया जाता रहा. जब उन्होंने पैसा वापस निकालने की कोशिश की तो कहा गया कि पहले प्रोसेसिंग फीस और टैक्स जमा करना होगा. यहीं पर उन्हें शक हुआ और उन्होंने पैसे भेजने से इनकार कर दिया. इसके बाद ठगों ने संपर्क बंद कर दिया.

5 महीने बाद दर्ज कराई शिकायत
महिला ने जून में पुलिस में शिकायत दी, लेकिन ये धोखाधड़ी फरवरी से अप्रैल के बीच हुई थी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत में देर होने से पैसे वापस लाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन संबंधित बैंकों के साथ मिलकर खातों को फ्रीज कराने की कोशिश की जा रही है.

सदगुरु ने भी उठाया है कानूनी कदम
ये पहला मामला नहीं है जब किसी हस्ती की छवि का दुरुपयोग किया गया हो. सदगुरु ने खुद दिल्ली हाईकोर्ट में AI और डीपफेक कंटेंट के खिलाफ याचिका दायर की है. उनका कहना है कि उनके चेहरे, आवाज और नाम का इस्तेमाल बिना अनुमति के किया जा रहा है.

जानिए कैसे बच सकते हैं आप इस तरह के फ्रॉड से

  • किसी भी वीडियो या विज्ञापन को आंख बंद कर भरोसा न करें, चाहे उसमें कोई प्रसिद्ध व्यक्ति ही क्यों न हो.

  • यदि किसी इन्वेस्टमेंट स्कीम में बहुत कम समय में बहुत बड़ा रिटर्न दिखाया जा रहा हो, तो सावधान हो जाएं.

  • किसी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे वैरिफाई करें.

  • निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स केवल आधिकारिक और सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर ही साझा करें.