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Google कर रहा है अपनी Hangout सर्विस को बंद, फटाफट कर लें अपना डाटा सेव

कंपनी का कहना है कि कुछ खास मामलों को छोड़कर, गूगल हैंगआउट यूजर्स का डाटा पूरा गायब नहीं होगा. ऐसे में गूगल हैंगआउट पर जो डाटा सेव है उसे अलग से स्टोर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमें सेफ साइड के लिए इस डाटा को अलग से स्टोर कर लेना चाहिए.

Google Hangout Google Hangout
हाइलाइट्स
  • 15 मई 2013 को hangout को शुरू किया गया था

  • इस सर्विस को 22 मार्च 2022 तक बंद कर दिया जाएगा

गूगल (Google) की पॉपुलर मैसेजिंग सर्विस गूगल हैंगआउट (Google hangout) बंद होने वाली है. गूगल हैंगआउट के सभी यूजर्स को अब गूगल चैट (Google Chat) पर शिफ्ट कर दिया जाएगा. बता दें, 9 साल पहले 15 मई 2013 को इसे लॉन्च किया गया था. गूगल ने ऐलान किया है कि इस सर्विस को 22 मार्च 2022 तक बंद कर दिया जाएगा और उसके बाद से फिर सभी यूज़र्स गूगल चैट का इस्तेमाल ही करना होगा. 

क्या होगा गूगल हैंगआउट डाटा का? 

दरअसल, गूगल चाहता है कि वो गूगल चैट को ही अपना डिफ़ॉल्ट मैसेजिंग एप बनाए. लेकिन अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर  हैंगऑउट के बंद होने के बाद आपका डाटा कहां जाएगा? द वर्ज (The Verge) की रिपोर्ट के अनुसार, जब वेब और मोबाइल ऐप पर हम गूगल हैंगआउट ऑन करेंगे, तो हमें अपने आप गूगल चैट पर भेज दिया जाएगा.

कंपनी का कहना है कि कुछ खास मामलों को छोड़कर, गूगल हैंगआउट यूजर्स का डाटा पूरा गायब नहीं होगा. ऐसे में गूगल हैंगआउट पर जो डाटा सेव है उसे अलग से स्टोर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमें सेफ साइड के लिए इस डाटा को अलग से स्टोर कर लेना चाहिए. 

कब हुई थी गूगल हैंगआउट की शुरुआत 

आपको बता दें, 9 साल पहले यानि 15 मई 2013 को इस सर्विस को शुरू किया गया था. जिसके बाद 2020 में गूगल ने इस सर्विस को बंद करने का मन बनाया. बंद करने की इस प्रक्रिया को जून 2020 से शुरू किया गया था. वहीं गूगल चैट को गूगल टॉक के नाम से 2017 में लॉन्च किया गया था.