Representational Image
Representational Image दुनिया के हर पेरेंट को यही फिक्र सताती है कि जिस स्मार्टफोन को वह अपने बच्चों को देते हैं, कहीं वह उन्हें अश्लील कंटेंट न दिखाए. या फिर उसका गलत इस्तेमाल न किया जाए. साथ ही पेरेंट बच्चों को स्मार्टफोन से दूर भी नहीं रख सकते, क्योंकि आज के जमाने में स्मार्टफोन का काफी उपयोग पढ़ाई में किया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि किस तरह से बच्चों को अश्लीलता से बचाते हुए पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन दिया जाए?
फिनलैंड से आया हल
पेरेंट की इस परेशानी को दूर करने के लिए फिनलैंड की कंपनी एचएमडी ग्लोबल ने एक खास फोन लॉन्च किया है. इस फोन का नाम फ्यूज रखा गया है. यह फोन आज के जमाने के साथ कदम-ताल मिलाता है. इसमें एआई बिल्ट-इन आता है. साथ ही वोडाफोन के बंडल के साथ आने वाले इस फोन से कॉलिंग भी की जा सकती है. इसके अलावा पढ़ाई के लिए इंटरनेट को ब्राउज़ किया ही जा सकता है.
कंपनी ने फोन में ब्रिटिश साइबर सिक्योरिटी फर्म सेफ टू नेट के एआई मॉडल हार्मब्लॉक को इलबिल्ट किया गया है. इसकी मदद से फोन पर किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक कंटेंट खुद ही ब्लॉक हो जाता है. जिससे पेरेंट्स की फिक्र कम हो जाती है. साथ ही हर ऐप के लिए एक यूसेज टाइम भी सेट किया जा सकता है. इसके अलावा बढ़ते स्क्रीन टाइम को रोकने के लिए भी सेटिंग लगाई जा सकती है. जिससे आंखों पर पड़ने वाले दुषप्रभाव को रोका जा सकता है.
कैसे रुकेगा आपत्तिजनक कंटेंट
आपत्तिजनक कंटेंट को रोकने का काम इस फोन के अंदर एआई हैंडल करेगा. अगर फोन की स्क्रीन पर किसी भी प्रकार का न्यूड कंटेंट आता है तो उसे फौरन ब्लॉक कर दिया जाएगा. इस फोन से न तो अश्लील कंटेंट रिकॉर्ड होगा और न ही उसे किसी को भेजा जा सकेगा. इसके अलावा लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान भी अगर अश्लील कंटेंट दिखता है तो फौरी तौर पर उसे ब्लॉक कर दिया जाएगा. एक प्रकार से यह फोन न्यूड कंटेंट को लेकर काफी सख्त एक्शन मोड में हैं.
वहीं एआई से लैस यह फोन अगर इंटरनेट से कनेक्टिड नहीं है. तब भी मोबाइल के ऐप, फोटो, वीडियो व अन्य पर्सनल कंटेंट पूरी तरह से सेफ रहेंगे. यह काम एआई के जिम्मे सौंपा गया है. वहीं एआई न्यूड कंटेंट को रोकने का काम तो कर ही रहा है. साथ ही इस फोन की मदद से पेरेंट्स बच्चों के फोन यूसेज को भी कम कर सकेंगे. जिससे वह इसके आदी न बनें.