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AI Innovation Ranking: लिंकी की रिपोर्ट का खुलासा, एआई के मामले में भारत यूके से एक कदम पीछे... रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया और इटली को हराया

लिंकी की रिपोर्ट के अनुसार एआई इनोवेशन रैंकिंग में भारत को सातवां पायदान हासिल है. रैंकिंग एआई पेटेंट/पर्सन, टोटल एआई मॉडल, कितने लोग रोज़ एआई का इस्तेमाल करते हैं, टोटल इंवेस्टमेंट इन एआई और एआई रिलेटिड जॉब/10 लाख लोग के आधार पर की जाती है.

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रोज विश्व भर में एआई की दुनिया में तेज़ी आ रही है. ज्यादा से ज्यादा कंपनियां एआई में निवेश कर रही है. एआई लोगों को रोजगार दे रहा है. इसी बीच एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह पता चला है कि एआई  इनोवेशन के मामले में भारत विश्व भर में टॉप 10 देशों की लिस्ट में आता है.

यह रिपोर्ट लिंकी नामक एक एआई सॉफ्टवेयर कंपनी से आई है. इस कंपनी ने इस बात पर स्टडी की कि किस देश में एआई इनोवेशन किस लेवल पर इस्तेमाल की जा रही है. साथ ही कुछ कारकों को ध्यान में रखते हुए हर देश को प्वाइंट दिए. प्वाइंट देने के बाद भारत की रैंकिंग टॉप 10 में सातवीं रैंक है.

किस देश को मिली कौनसी रैंक
यूएस को 99 प्वाइंट मिले जिससे वह फर्स्ट पायदान पर रहा. इसके बाद स्विट्जरलैंड 66 प्वाइंट के साथ. जिसके बाद साउथ कोरिया 54 प्लाइंट के साथ. फिर चीन 50 प्वाइंट के साथ. जिसके बाद सिंगापुर 32 प्वाइंट के साथ. फिर कनाडा को 29 प्वाइंट मिले. इसके बाद भारत का स्थान आया. जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया और फिर इटली.

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किन कारकों को देखते हुए तय की गई रैंक
हर देश की रैंक उसको मिलने वाले प्वाइंट से तय की जाती है. यह प्वाइंट कुछ कारकों को देखते हुए दिए जाते हैं. जैसे,

  • एआई पेटेंट/पर्सन
  • देश के टोटल एआई मॉडल 
  • कितने लोग रोज़ एआई का इस्तेमाल करते हैं 
  • टोटल इंवेस्टमेंट एआई क्षेत्र में 
  • एआई रिलेटिड जॉब/10 लाख लोग

भारत में कितनी एआई जॉब हैं
इस मामले में भारत में हर 10 लाख में केवल 8 रिक्त स्थान है, जबकि साउथ कोरिया में केवल 4 स्थान है. हालांकि अगर बात सिंगापुर की करें तो सिंगापुर में 216 रिक्त स्थान हैं. सिंगापुर ने इस क्षेत्र में 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया हुआ है. साथ ही 17 एआई मॉड्ल देश के पास हैं.

क्या है भारत की पोजिशन
डेक्कन हैराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 29 एआई मॉडल है. साथ ही इस क्षेत्र में 7.25 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है. हालांकि भारत रैंकिंग के मामले में फिलहाल काफी पीछे है, लेकिन जिस तरह से इस क्षेत्र में निवेश किया जा रहा है, वह साफ दर्शाता है कि यह क्षेत्र किस प्रकार पनपेगा.