
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार फेसआरडी ऐप लॉन्च किया है. ये एप्लिकेशन ऑथेंटिकेशन प्रोसेस के लिए किसी व्यक्ति के चेहरे को कैप्चर करने में मदद करेगा. यूआईडीएआई ने 12 जुलाई को एक ट्वीट में कहा, "आधार फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी को यूआईडीएआई द्वारा इन-हाउस विकसित किया गया है. आधार फेसआरडी ऐप फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके आधार ऑथेंटिकेशन के लिए एक व्यक्ति के चेहरे को कैप्चर करता है."
कहीं भी और कभी भी किया जा सकेगा आधार ऑथेंटिकेशन
आपको बता दें, इस नए लॉन्च किए गए ऐप की मदद से आधार कार्ड धारकों का वेरिफिकेशन कभी भी और कहीं भी किया जा सकेगा. इसलिए, आधार धारकों को फिजिकल आइडेंटिफिकेशन के लिए जाने की जरूरत नहीं होगी. यूआईडीएआई के मुताबिक, आधार कार्ड धारकों का बायोमेट्रिक डेटा सेंट्रल आइडेंटिटी डेटा रिपोजिटरी में रखा जाएगा. इसका मतलब है कि आपका डेटा किसी के हाथों में नहीं जा पाएगा.
आधार फेसआरडी ऐप का इस्तेमाल कैसे करें
-गूगल प्ले स्टोर पर आधार फेसआरडी सर्च करें
-ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करें
-ऑन-स्क्रीन फेस ऑथेंटिकेशन गाइड का पालन करें
-फेस ऑथेंटिकेशन के लिए 'आगे बढ़ें' पर क्लिक करें
कई योजनाओं के रजिस्ट्रेशन में मिलेगी सुविधा
यूआईडीएआई के मुताबिक, इस ऐप का इस्तेमाल कई अन्य ऐप के लिए आधार फेस ऑथेंटिकेशन के लिए किया जा सकेगा. यूआईडीएआई ने इसके बारे में अपने एक ट्वीट में जिक्र किया गया है. यूआईडीएआई ने कहा, "लोग अब यूआईडीएआई आरडी ऐप डाउनलोड करके आधार फेस ऑथेंटिकेशन फीचर का उपयोग कर कर सकेंगे. इसका इस्तेमाल जीवन प्रमाण, पीडीएस, स्कॉलरशिप स्कीम, कोविन, किसान कल्याण योजनाओं जैसे विभिन्न आधार ऑथेंटिकेशन ऐप के लिए किया जा सकेगा.”