
क्या आप यकीन करेंगे कि एक AI चैटबॉट ने दुनिया के टॉप मैथमैटिशियंस को मात दे दी? जी हां, मई 2025 में अमेरिका के बर्कले, कैलिफोर्निया में एक गुप्त मीटिंग हुई, जहां 30 मशहूर गणितज्ञों ने OpenAI के o4-mini चैटबॉट के साथ गणित की जंग लड़ी. इस सुपर-स्मार्ट AI ने ऐसे-ऐसे सवाल हल कर दिए, जो पीएचडी लेवल के गणितज्ञों को भी हफ्तों-महीनों लगते थे, और इसके जवाब इंटरनेट पर मौजूद ही नहीं थे.
क्या है o4-mini चैटबॉट?
यह चैटबॉट लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर बेस्ड है, जिसे OpenAI ने तैयार किया है.
वैज्ञानिकों ने इसे 300 ऐसे गणित के सवाल दिए, जिनके जवाब इंटरनेट पर कहीं नहीं थे. यानी, AI को जवाब ढूंढने के लिए अपना दिमाग लगाना था.
कैसे तैयार किए गए थे सवाल?
इन सवालों को बनाने के लिए Epoch AI नाम की एक नॉन-प्रॉफिट कंपनी ने गणितज्ञों की मदद ली.
इसमें ग्रेजुएट, अंडरग्रेजुएट, रिसर्च-लेवल और कुछ ऐसे सवाल शामिल किए गए जो दुनिया में सिर्फ कुछ ही लोग हल कर सकते थे.
जो सवाल o4-mini हल नहीं कर पाता उसके लिए सवाल बनाने वाले को करीब 6 लाख रुपये का इनाम मिलना था. लेकिन 4-mini ने केवल कुछ ही मिनटों में सभी सवाल हल कर दिए.
o4-mini ने कैसे सॉल्व किया आनंस
o4-mini ने पहले दो मिनट में सवाल से जुड़ी सारी जानकारी पढ़ी और समझी. फिर उसने स्क्रीन पर लिखा कि वह पहले एक आसान वर्जन को हल करके देखेगा. कुछ ही मिनट बाद उसने पूरा सवाल हल कर दिया, वो भी इतने कॉन्फिडेंस के साथ कि उसने आखिर में लिखा, "कोई साइटेशन जरूरी नहीं, क्योंकि मैंने खुद इस नंबर को हल किया है."
o4-mini ने सिर्फ सवाल हल नहीं किए, बल्कि उसने इंसानों की तरह सोचने का तरीका दिखाया. यह पहले सवाल को समझता है, फिर उसका आसान वर्जन हल करता है, और फिर पूरी प्रॉब्लम को सॉल्व करता है. यह वही तरीका है, जो इंसान इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसकी स्पीड और सटीकता ने सभी को हैरान कर दिया. o4-mini सिर्फ 10 सवालों में उलझा, बाकी कई सवालों को उसने चुटकियों में हल कर दिया.
o4-mini इतना स्मार्ट कैसे है?
o4-mini को OpenAI ने खास डेटासेट्स पर ट्रेन किया है.
पुराने AI मॉडल्स, जैसे ChatGPT, सिर्फ अगला शब्द अनुमान लगाते थे लेकिन o4-mini एक रीजनिंग LLM है.
ये सवाल को टुकड़ों में तोड़कर, लॉजिकली सोचकर और कदम-दर-कदम हल करता है.
यह इतना तेज है कि यह AIME 2025 में 99.5% स्कोर कर चुका है.
जब इसे पायथन इंटरप्रेटर की मदद दी गई. यह AI न सिर्फ गणित, बल्कि कोडिंग और साइंस के सवालों में भी कमाल दिखा रहा है.
क्या AI अब इंसानों से आगे निकल जाएगा?
GNTTV.com की रिपोर्ट के अनुसार o4-mini और इसके जैसे मॉडल्स में हैलुसिनेशन की समस्या है, यानी ये कभी-कभी गलत जवाब दे देते हैं, लेकिन इतने कॉन्फिडेंस के साथ कि लोग उन पर भरोसा कर लेते हैं इस तरह की गलतियां खतरनाक हो सकती हैं. लेकिन फायदे अनेक हैं. स्कूलों और कॉलेजों में AI को पढ़ाई का हिस्सा बनाया जा सकता है, ताकि स्टूडेंट्स इनके साथ मिलकर और बेहतर सीख सकें.