
आजकल ऑनलाइन फ्रॉड अपने चरम पर है. साइबर ठग खुद को इस तरह से पेश करने लगे हैं कि पता ही नहीं लग पाता हैं कि वह शिकारी हैं. जहां पहले ईमेल फिशिंग, ट्रोजन जैसी चीज़े हुआ करती थीं. अब उनकी जगह सोशल मीडिया के जरिए ठगी ने ले ली है. कुछ दिन पहले तक वॉट्सऐप पर डिजिटल अरेस्ट ट्रेंड में था. उसके बाद मेसेज के जरिए लोगों के साथ लिंक साझा कर ठगी की जाने लगी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप ने यूजर्स की सुरक्षा के लिए कुछ नए कदम उठाए हैं. यह कदम इस कारण उठाए गए हैं क्योंकि कई बार अनजाने में लोग किसी न किसी ठग के रडार पर आ जाते हैं. इसलिए वॉट्सऐप ने निश्चिय किया है कि वह सबसे पहले खुद इनसे निपटेगा या फिर यूजर को आगाह कर देगा.
अनजाने ग्रुप में जुड़ने पर क्या होगा
वॉट्सऐप पर ग्रुप होना आम बात हैं. लेकिन अगर ग्रुप किसी जान-पहचान वाले शख्स का है तो काफी सेफ लेकिन क्या हो अगर आपको किसी अंजान शख्स ने किसी ग्रुप में जोड़ दिया हो. वो भी ऐसे ग्रुप में जिसमें आप लोगों को न जानते हों और न ही उसके मेंबर्स को देख पाएं. यहां तक की उस ग्रुप की डिटेल तक न देख पाएं. ऐसे में आप उस ग्रुप में स्कैम का शिकार हो सकते हैं. इसी स्कैम से आपको बचाने के लिए वॉट्सऐप का 'सेफ्टी ओवरव्यू' फीचर आपकी मदद करेगा.
कैसे काम करेगा सेफ्टी ओवरव्यू?
जैसे ही आपको किसी अंजान ग्रुप में जोड़ा जाता है. जहां आप उस ग्रुप से डिटेल नहीं देख पाते. तो यह फीचर आपको ग्रुप की ऑथेनटिसिटी पता करने में मदद करता है. यह फीचर आपको ग्रुप के बारे में थोड़ा बताएगा. जिसके बाद अगर आपको कुछ शक होता है तो बिना चैट खोले ग्रुप को छोड़ सकते हैं. हालांकि अगर आपको लगता है कि ग्रुप आपके किसी जान-पहचान वाले का है तो आप ग्रुप में बने रह सकते हैं. जबतक आप चैट नहीं खोलते ग्रुप के नोटिफिकेशन भी आपको नहीं आएंगे.
पर्सनल चैट का टेस्टिंग फीचर
वॉट्सऐप पर्सनल चैट को लेकर भी एक फीचर को टेस्ट करने में लगा हुआ है. कई बार कोई अंजान शख्स भी आपको मैसेज भेजता है, लेकिन हो सकता है कि वह कोई ठग हो. ऐसे में यह फीचर उस शख्स से चैट करने से पहले आपको उसके बारे में थोड़ी जानकारी देगा. जिससे आपको पता लग सकेगा कि क्या उससे बात करनी है या नहीं.
हाल ही में वॉट्सऐप मे स्कैम के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए ऐसे 6.8 लाख अकाउंट को बैन कर दिया जिनका संबंध कहीं न कहीं किसी स्कैम सेंटर के साथ था. यहां तक कि कमबोडिया में तो ठग एआई का इस्तेमाल कर लोगों को ठग रहे थें. वह जेनरेटिव एआई की मदद से ऐसे स्कीम लिखवाते जिससे यूजर को यकीन हो जाता कि यह कोई ठग नहीं और वह ठग के जाल में फंस जाता.
वॉट्सऐप कर रहा यूजर की रक्षा
वॉट्सऐप कई ऐसे बिल्ट-इन-टूल्स की मदद से यूजर को स्कैम और अंजान नंबरों से बचा रहा है. जैसे कि प्राइवेसी ऑप्शन. जिसकी मदद से आप लोगों को ब्लॉक कर सकते हैं. लोगों के लिए अपना ऑनलाइन स्टेटस को ऑन या ऑफ कर सकते हैं. साथ ही ग्रुप में जोड़ने की सेटिंग भी. इसके अलावा एक टू-स्टेप वेरिफिकेशन की मदद से आपको ठगों के जाल में फंसने से बचा रहा है. साथ ही अगर किसी पर शक होता है तो आप उसे फौरन ब्लॉक कर सकते हैं.