
क्या आपने कभी सोचा है कि फोन के अंदर सबसे कीमती चीज़ क्या होती है? अगर आप सोच रहे है वह उसके पार्ट्स हैं, तो आप बिलकुल गलत है. एक फोन के अंदर सबसे ज्यादा कीमती चीज़ होती है, डाटा. वो भी कोई ऐसा-वैसा नहीं बल्कि पर्सनल डाटा.
कई बार जब आप फोन में कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं, तो वह कई तरह के परमिशन्स आपसे मांगता है, और बिना सोचे-समझे बस ओके कर देते हैं. लेकिन आप नहीं जानते कि आपने अनजाने में ऐसी परमिशन्स दे दी हैं, जिनसे आप डाटा अब खतरे में हैं.
सोशल डाटा खतरे में
सोशल मीडिया एपलिकेशन्स जैसे फेसबुक, एक्स, इंस्टा आदि उन सब चीज़ों का एक डाटाबेस बनाते है. जिस कंटेंट को आप कंज्यूम कर रहे हैं. उस कंटेंट के आधार पर आपका एक प्रोफाइल बनाया जाता है और उसके बाद आपके सामने ऐसा कंटेंट पेश किया जाता है. जिसको आप अकसर सर्फ करते हैं. यानी एक तरीके से आपको एक प्रकार के कंटेंट की लत लगवाई जाती है.
शॉपिंग ट्रेंड को पकड़ा है फोन
अकसर आपने देखा होगा कि आपके फोन में शॉपिंग से रिलेटेड चीज़े दिखाई जाती है. और आपकी दिलचस्पी उनमें होती भी है. लेकिन क्या आपने सोचा है की उस तरह के एड आपको क्यों दिखाए जाते हैं. दरअसल यहां आपके वो ऐप आपके शॉपिंग ट्रेंड को पकड़ लेते हैं, जहां से आप शॉपिंग करते हैं. उसके बाद इस तरह के एड आपको दिखाएं जाते हैं. ताकि आपकी उन समानों को खरीदने की लालसा और बढ़े.
क्यों आते हैं जोमेटो और स्विगी जैसे ऐप के नोटिफिकेशन
जितना ज्यादा आप यहां से ऑर्डर करते हैं. उतना ज्यादा इन ऐप को पता चलता है कि आपको खाना ऑर्डर करने की आदत है. इसलिए यह आपको बार-बार पुश नोटिफिकेशन्स भेजते हैं. ताकि आप कुछ न कुछ ऑर्डर कर दें. यह भी एक तरह से डाटा को बिना बताए चोरी कर इस्तेमाल करने का तरीका ही है.
किस तरह बचें इस प्रकार की डाटा चोरी से
डाटा चोरी से बचने के लिए आपको कुछ चीज़ों को अपना चाहिए.