Indigo Flight Crisis (Photo: PTI)
Indigo Flight Crisis (Photo: PTI) New Airfare: इंडिगो एयरलाइन की फ्लाइट कैंसिल होने के बाद अन्य एयरलाइंस कंपनियों ने हवाई किराया काफी बढ़ा दिया है. इससे पहले से परेशान यात्रियों की दिक्कत और बढ़ गई है. सरकार ने यात्रियों की परेशानी को देखते हुए टिकटों का रेट फिक्स कर दिया है. अब एयरलाइंस कंपनियों की मनमानी नहीं चलेगी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइन के किराए को वाजिब रखने के लिए अपनी रेगुलेटरी का इस्तेमाल किया है.
उड्डयन मंत्रालय ने की ओर से सभी एयरलाइनों को निर्देश जारी किया गया है, जिसमें निर्धारित किराया सीमा का सख्ती से पालन अनिवार्य किया गया है. यह आदेश एयरलाइन वेबसाइट, ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों और सभी बुकिंग विकल्पों पर लागू होगा. कोई भी प्लेटफॉर्म इससे अलग नहीं होगा. ये किराया की सीमाएं तब तक लागू रहेंगी जब तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाती. उड्डयन मंत्रालय ने फैसला किया है कि एयर फेयर पर वह रियल-टाइम मॉनिटरिंग करेगा और नियम तोड़ने वाली एयरलाइंस पर तुरंत कार्रवाई होगी. आपको मालूम हो कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय के इस कदम के बाद उम्मीद है कि आसमान छू रही एयर टिकट की कीमतें नीचे आएंगी.
हवाई यात्रा की अधिकतम कीमत
1. 500 किलोमीटर तक की अड़ान पर अधिकतम किराया 7500 रुपए.
2. 500-1000 किलोमीटर तक की उड़ान पर अधिकतम किराया 12000 रुपए
3. 1000-1500 किलोमीटर तक की उड़ान पर अधिकतम किराया 15000 रुपए
4. 1500 किलोमीटर से ज्यादा की उड़ान पर अधिकतम किराया 18000 रुपए
नोट: ये किराया सीमा उपयोगकर्ता विकास शुल्क (UDF), यात्री सेवा शुल्क (PSF) और टैक्स को छोड़कर है.
हवाई किराया की लिमिट्स इकोनॉमी क्लास पर ही लागू
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक हवाई किराया कि ये लिमिट्स इकोनॉमी क्लास पर ही लागू होंगी. बिजनेस क्लास और UDAN फ्लाइट्स पर नहीं लागू होगी. मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिया है कि टिकट सभी किराया श्रेणियों (बकेट्स) में उपलब्ध रखे जाएं, और जरूरत पड़ने पर अधिक मांग वाले मार्गों पर क्षमता बढ़ाने पर विचार किया जाए.
कैसे यात्रियों को फंसाती हैं एयरलाइन कंपनियां
1. मोबाइल पर: फ्लाइट 'ON TIME' (ताकि आप एयरपोर्ट आएं)
2. एयरपोर्ट पर: पहले 2 घंटे की देरी (ताकि खाना न देना पड़े)
3. फिर 4 घंटे की देरी (ताकि होटल न देना पड़े)
4. अंत में फ्लाइट कैंसल (अब यात्री मजबूर हैं), इसका मकसद है कि यात्री परेशान होकर खुद टिकट कैंसल करे, ताकि पूरा रिफंड न देना पड़े.
6 हजार की जगह ले रहे 70 हजार रुपए किराया
इंडिगो की उड़ाने रद्द होने के बाद दूसरी एयरलाइंस कंपनियां मनमाना किराया ले रही हैं. दिल्ली से मुंबई का आम दिनों में किराया जहां 6000 रुपए है, वहीं अभी करीब 70 हजार रुपए लिए जा रहे हैं. दिल्ली से पटना तक का किराया आम दिनों में 5000 रुपए रहता है, वहीं अब किराया 60 हजार रुपए तक पहुंच गया है. दिल्ली से बेंगलुरू का किराया आम तौर पर 7000 रुपए होता है लेकिन अभी यह किराया 1 लाख रुपए से भी ज्यादा हो गया है. दिल्ली से चेन्नई का फ्लाइट का किराया 90 हजार, दिल्ली से कोलकाता का किराया 68 हजार रुपए के कारीब अभी पहुंच गया है.
IndiGo को अल्टीमेटम
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को इंडिगो को सभी पेंडिंग पैसेंजर रिफंड बिना किसी देरी के जारी करने का निर्देश दिया है. मंत्रालय ने कहा है कि 7 दिसंबर को शाम 8 बजे तक सभी पेंडिंग रिफंड पूरा करें, नहीं तो सख्त कार्रवाई होगी. IndiGo तुरंत स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल स्थापित करे, जो 24×7 काम करें. इतना ही नहीं इंडिगो एयरलाइन्स को निर्देश दिया गया है कि वे उन यात्रियों से किसी तरह के रिशेड्यूलिंग चार्जेस न लें, जिनका ट्रैवल प्लान कैसेंलेशन से प्रभावित हुआ है. रिफंड प्रॉसेसिंग में किसी भी प्रकार की देरी या अनुपालन न होने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी. मंत्रालय ने कहा है कि सभी एयरपोर्ट पर फंसा हुआ सामान 48 घंटे के अंदर संबंधित यात्रियों तक पहुंचाया जाए. DGCA के पैसेंजर राइट्स चार्टर के तहत तय मुआवजा यात्रियों को दिया जाए. वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग यात्रियों, छात्रों और मरीजों के लिए विशेष निगरानी और सहायता सुनिश्चित की जाए.