
मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पूरी तरह से शुरू हो गया है. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इसके आखिरी के 76 किलोमीटर के हिस्से का उद्घाटन किया. इसके साथ ही 701 किलोमीटर लंबा 6 लेन का ये एक्सप्रेसवे पूरी तरह से चालू हो गया. इस एक्सप्रेसवे से मुंबई और नागपुर के बीच दूरी सिर्फ 8 घंटे में पूरी होगी. पहले इन दोनों शहरों के बीच सफर में 17-18 घंटे लगते थे.
17 घंटे का सफर 8 घंटे में होगा पूरा-
मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे के पूरी तरह से चालू हो जाने से इन दोनों शहरों के बीच सफर का समय काफी कम हो जाएगा. पहले इस दोनों शहरों के बीच सफर में 17 से 18 घंटे का वक्त लगता था. लेकिन इस एक्सप्रेसवे से ये सफर सिर्फ 8 घंटे में पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे से सफर सुरक्षित और तेज होगा. एक्सप्रेसवे का नागपुर से इगतपुरी तक का 625 किलोमीटर का हिस्सा पहले से ही चालू है.
एक्सप्रेसवे पर 65 पुल, 6 सुरंग-
मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए शुरुआती लागत 55 हजार करोड़ थी. लेकिन बाद में ये बढ़कर 61 हजार करोड़ रुपए हो गई. इस एक्सप्रेसवे पर 65 पुल, 24 इंटरचेंज, 6 सुरंग, 400 से ज्यादा वाहन अंडर पास बनाए गए हैं. यह एक्सप्रेसवे 10 जिलों से होकर गुजरेगा.
एक्सप्रेसवे पर उतर सकते हैं लड़ाकू विमान-
इस एक्सप्रेसवे को 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने के लिए डिजाइन किया गया है. हालांकि इसकी अधिकतम सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटे ही होगी. यह देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है. अगर किसी देश के युद्ध होता है या युद्ध जैसे हालात बनते हैं तो इस एक्सप्रेसवे पर एयरफोर्स के लड़ाकू विमान उतर सकते हैं.
अभी भी एक्सप्रेसवे का मुंबई से जुड़ना बाकी-
भले ही एक्सप्रेसवे पूरी तरह से चालू हो गया है. लेकिन अभी भी मुंबई से पूरी तरह से जुड़ना बाकी है. आपको बता दें कि एक्सप्रेसवे अमाने गांव के पास खत्म होता है. यह मुंबई से 60 किलोमीटर दूर है. हालांकि इसे जोड़ने के लिए वडपे इंटरचेंज का काम अभी भी चल रहा है और इसे पूरा होने में एक साल का वक्त लगेगा. अभी मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई से आने वाले लोगों को मुंबई-नासिक हाईवे पर शांग्रीला रिसॉर्ट के पास से एक अस्थाई रास्ते का इस्तेमाल करना होगा.
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