
Mussoorie Travel New Rule (Photo Credit: Getty)
Mussoorie Travel New Rule (Photo Credit: Getty) मसूरी उत्तराखंड ही नहीं भारत के सबसे फेमस हिल स्टेशन में से एक है. मसूरी को पहाड़ों की रानी कहा जाता है. मसूरी में घूमने के लिए अब पर्यटकों को पहले से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. बिना रजिस्ट्रेशन के सैलानियों को मसूरी में एंट्री नहीं मिलेगी. मसूरी में पर्यटकों की भीड़ और ट्रैफिक जाम की वजह से प्रशासन ने ये फैसला लिया है. मसूरी में घूमने आने से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है. इस रजिस्ट्रेशन को कहां और कैसे कर सकते हैं? आइए इस बारे में जानते हैं.
इस फैसले को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने मई 2025 में उत्तराखंड सरकार को मसूरी में रजिस्ट्रेशन शुरू करने का आदेश दिया था. इस नए नियम के मुताबिक, मसूरी में सैलानियों को हिल स्टेशन क्षमता को देखते हुए आने की मंजूरी दी जाएगी. इसमें मसूरी में पार्किंग स्पेस और होटल बुकिंग को ध्यान में रखा जाएगा. एनजीटी ने मसूरी में एक साथ बहुत ज्यादा लोगों न बुलाने की हिदायत दी थी.
मसूरी में घूमने आने के लिए पर्यटको को पहले से रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने मसूरी रजिस्ट्रेशन के लिए एक वेबसाइट (https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/mussoorie/) लॉन्च कर दी है. इस पोर्टल में पर्यटकों को अपने आने की तारीख और साथ में आने वाले लोगों की जानकारी देनी होगी. इस डिटेल को डालने से पहले आपको सबसे पहले पोर्टल पर कुछ जानकारी देनी होंगी.

पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों के लिए नए नियम लागू हो गए हैं. मसूरी उत्तराखंड के देहरादून जिले में पड़ता है. मसूरी समुद्र तल से लगभग 2,005 मीटर की ऊंचाई पर बसा है. यहां की सबसे ऊंची जगह लाल टिब्बा है. मसूरी हिल स्टेशन को अंग्रेजों ने बसाया था. 1825 में कैप्टन फ्रेडरिक यंग ने मसूरी की स्थापना की थी. यहां कई पुराने स्कूल और चर्च आज भी मौजूद हैं जो उस समय की वास्तुकला और संस्कृति को दर्शाते हैं. मसूरी में घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर का माना जाता है. हर किसी को पहाड़ों की रानी मूसरी एक बार जरूर जाना चाहिए. बस बिना रजिस्ट्रेशन के गलती से भी मत चले जाना.