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Jagriti Yatra: क्या है जागृति यात्रा... ट्रेन से पूरे भारत का सफर... युवाओं के सपनों को करती है साकार... यहां जानिए कैसे?

यदि आप ट्रेन से भारत दर्शन के साथ कुछ नया सीखना चाहते हैं तो हम आपको एक ऐसी ही ट्रेन के बारे में बता रहे हैं. इस ट्रेन का नाम जागृति यात्रा है. यह ट्रेन साल में सिर्फ एक बार चलती है. जागृति यात्रा युवाओं के सपनों को साकार करती है. आइए जातने हैं कैसे?

Jagriti Yatra Jagriti Yatra
हाइलाइट्स
  • जागृति यात्रा के दौरान यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का रखा जाता है पूरा ख्याल

  • 7 नवंबर 2025 को शुरू होगी जागृति यात्रा

यात्रा मनोरंजन के साथ-साथ सोच भी बदलती है. वैसे तो भारत में कई प्रकार की स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं लेकिन भारत के युवाओं को प्रेरित करने और उनमें नेतृत्व और उद्यमशीलता की भावना जगाने के उद्देश्य से एक ट्रेन यात्रा शुरू की गई है. इस ट्रेन यात्रा का नाम है जागृति यात्रा. यह एक अनोखी ट्रेन यात्रा है, जो युवाओं को न सिर्फ प्रेरणा देती है बल्कि उन्हें उद्यमशीलता और सामाजिक नेतृत्व के लिए तैयार भी करती है. यह यात्रा अनुभव, संवाद, और सीखने की ऐसी यात्रा है, जो युवाओं को खुद पर विश्वास करना सिखाती है. इस बात की जानकारी हमें जागृति सेवा संस्थान के एक सदस्य ने दी.
   
जागृति यात्रा 25 रुपए में नहीं कराती भारत यात्रा 
आपको बता दें कि जागृति यात्रा 25 रुपए में भारत यात्रा नहीं कराती है. जी हां, यह एकदम सच है. सोशल मीडिया पर कई सारी ऐसी खबरें हैं, जो यह दावा कर रहीं हैं कि जागृति यात्रा 25 रुपए में पूरे भारत की यात्रा कराती है लेकिन यह एक सही नहीं है.

जागृति यात्रा एक गैर लाभकारी संगठन
जागृति यात्रा एक गैर-लाभकारी संगठन जागृति सेवा संस्थान के तहत शुरू की गई है. इसका मुख्य काम युवाओं को प्रेरित करना और उन्हें देश के विकास में भागीदार बनाना है. इसका मुख्यालय मुम्बई में है, जबकि जागृति सेवा संस्था उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित है. यह संस्था खासतौर पर कौशल विकास पर ध्यान देती है.

क्या है जागृति यात्रा का इतिहास
साल 1997 में जागृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष शशांक मणि ने भारत की आजादी के 50 साल पूरे होने पर आजाद भारत रेल यात्रा का आयोजन किया था. यह एक बेहद प्रभावशाली और परिवर्तनकारी यात्रा थी. इस दौरान शशांक मणि ने इंडिया, ए जर्नी थ्रू ए हीलिंग सिविलाइजे़शन नामक पुस्तक लिखी और साल 2007 में हार्पर कॉलिन्स ने इसे प्रकाशित किया. यह पुस्तक जागृति यात्रा की नींव बनीस जो आज भारत के युवाओं को उद्यमिता और नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ने का मौका देती है.

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जागृति यात्रा को बडे़ संस्थानों का मिला समर्थन 
जागृति यात्रा को समय-समय पर कई नामी और भरोसेमंद संस्थानों का समर्थन मिला है. इनमें ICCI, HDFC, गूगल और टाटा जैसी संस्थानों ने जागृति यात्रा के उद्देश्य को समझा और इस यात्रा में भाग लेने वाले युवाओं को सहयोग देने के लिए आर्थिक और युवाओं के भविष्य के आधार पर बनाई गई योजना के लिए मदद की. इन संस्थानों की ओर से की गई मदद से अब तक 7000 से ज्यादा प्रतिभागी यात्रा कर चुके हैं, जिनमें से कई आज सफल उद्यमी और समाज सेवक हैं.

देश-विदेश के लोग यात्रा में लेते हैं हिस्सा 
जागृति यात्रा में देश-विदेश से लोग हिस्सा लेने आते हैं. इस यात्रा में सभी इच्छुक लोग शामिल हो सकते हैं. जागृति यात्रा पार्टिसिपेशन का शुल्क 1 लाख रुपए है. लेकिन खास बात यह है कि जब यात्रियों का चयन हो जाता है, तब जागृति यात्रा स्कॉलरशिप उपलब्ध कराती है, जिससे पार्टिसिपेशन शुल्क कम  हो जाता है. आपको बता दें कि जागृति यात्रा के लिए कोई साधारण ट्रेन नहीं बल्कि एक विशेष चार्टर्ड ट्रेन बुक की जाती है. यह ट्रेन मुख्य रूप से केवल जागृति यात्रा के लिए तैयार की जाती है. इस ट्रेन को भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी की मदद से एक खास प्रक्रिया के तहत बुक किया जाता है. चार्टर्ड ट्रेन का मतलब, पूरी ट्रेन सिर्फ जागृति यात्रा के यात्रियों के लिए आरक्षित होती है. यह तय किए गए रूट पर भारत के विभिन्न जगह घुमाती है.    

 

हर साल कितने लोग होते हैं शामिल?
जागृति यात्रा में हर साल लगभग 500 युवा प्रतिभागी शामिल होते हैं, जो देश-विदेशों से आते हैं. इनके साथ-साथ यात्रा में 50 से ज्यादा सुविधाकर्ता भी होते हैं, जो युवाओं को समय-समय पर गाइड करने और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करते हैं. कई रोल मॉडल और मेंटर्स भी इस सफर का हिस्सा बनते हैं, जो अपने अनुभवों से युवाओं को प्रेरित करते हैं और उन्हें सही दिशा दिखाते हैं.   

यात्रा के दौरान मिलने वाली सुविधाएं 
1. जागृति यात्रा के दौरान भाग लेने वाले युवाओं की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है. यात्रियों के रहने की सुरक्षित व्यवस्था होती है, ताकि वे बिना किसी परेशानी के आराम से यात्रा कर सकें. 

2. यदि किसी की तबीयत खराब हो जाए तो उसके लिए डॉक्टर और दवाइयों की सुविधाएं भी जागृति यात्रा में उपलब्ध होती है. 

3. यात्रा के दौरान समय पर अच्छा और साफ-सुथरा खाना भी दिया जाता है, जिससे सभी यात्री स्वस्थ और अच्छा खाना खा सकें.

4. ट्रेन में सीखने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम और कार्यशालाएं होती हैं, जहां सभी यात्री अपने-अपने अनुभव शेयर करते हैं. इससे नई बातें सीखने को मिलती हैं.

5. इस यात्रा में अलग-अलग गार्ड होते हैं, जो यात्रियों के अलग-अलग ग्रुप को 24 घंटे गाइड करते हैं.

6. इस यात्रा में न केवल सीखने का मौका मिलता है, बल्कि हर तरह की सुविधा भी दी जाती है ताकि यह अनुभव और अधिक यादगार और आराम दायक हो सके.

कौन से लोग यात्रा में ले सकते हैं भाग और कैसे होता है चयन?
जागृति यात्रा में शामिल होने के लिए मुख्य रूप से 20 से 28 साल के युवक और युवतियों का चयन किया जाता है. हालांकि कुछ खास मामलों में थोडे़ ज्यादा उम्र वाले प्रोफेशनल्स को भी मौका दिया जाता है, यदि उनकी सोच और अनुभव इस यात्रा के उद्देश्य से मेल खाते हैं. इस यात्रा के लिए चयन दो चरणों में होता है. पहले आपको जागृति यात्रा की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होता है, जिसमें कुछ सवाल होते हैं. दूसरा यदि आपका आवेदन अच्छा होता है, तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. इसमें यह देखा जाता है कि आप कितने प्रेरित हैं और समाज में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने की सोच रखते हैं या नहीं.
    
कहां से शुरू होती है जागृति यात्रा और किन-किन स्थानों पर कर सकते हैं भ्रमण
जागृति यात्रा हर साल मुम्बई से शुरू होकर पूर्व, दक्षिण, पश्चिम और उत्तर भारत के प्रेरणा दायक स्थानों से होकर गुजरती है जैसे देवरिया(उत्तर प्रदेश), वाराणसी, भुवनेश्वर(ओडीशा), मदुरै, कोयंबटूर(तमिलनाडु), हुबली (कर्नाटक) और अहमदाबाद (गुजरात) घुमकर मुम्बई आ जाती है. इस साल जागृति यात्रा 7 नवंबर से शुरू होगी और इसका समापन 22 नवंबर 2025 को होगा. 

     
जानिए बुकिंग और आवेदन की प्रक्रिया 
यदि आप जागृति यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट http://www.jagritiyatra.com पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए 100 रुपए का रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करना पड़ता है. रजिस्टेशन के बाद आपको आवेदन फार्म भरने होंगे. इसके बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया होगी. इस प्रक्रिया के बाद ही तय होता है कि आप यात्रा के लिए चुने गए हैं या नहीं. 

(इस खबर को पूजा कदम ने लिखा है. वह GNT में इंटर्न हैं)