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जानिए आरती प्रभाकर के बारे में, जिन्हें बाइडेन बनाएंगे अपना साइंस एडवाइजर

63 साल की जानी-मानी भौतिक विज्ञानी आरती प्रभाकर का जन्म भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था. इस पद पर काम करते हुए आरती प्रभाकर की जिम्मेदारियां साइंस के मुद्दों और चुनौतियों के साथ चीन के साथ अमेरिका की प्रतिस्पर्धा करने और अमेरिका की स्थिति पहले से बेहतर बनाने की होगी. 

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भारतीय मूल की भौतिक विज्ञानी आरती प्रभाकर (Arati Prabhakar) को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का वैज्ञानिक सलाहकार बनाया जाएगा. आरती प्रभाकर एरिक लैंडर की जगह लेंगी. लैंडर ने अपने पद से 7 फरवरी, 2022 को इस्तीफा दे दिया था. आरती प्रभाकर की पोस्ट व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (OSTP) के निदेशक की होगी. बता दें कि पद ग्रहण करने से पहले आरती प्रभाकर को  सीनेट की मंजूरी की जरूरत होगी. जिसमें कुछ महीनों का वक्त लग सकता है. 

इस पद पर काम करते हुए आरती प्रभाकर की जिम्मेदारियां साइंस के मुद्दों और चुनौतियों के साथ चीन के साथ अमेरिका की प्रतिस्पर्धा करने और अमेरिका की स्थिति पहले से बेहतर बनाने की होगी. 

कौन हैं आरती प्रभाकर?

63 साल की जानी-मानी भौतिक विज्ञानी आरती प्रभाकर का जन्म भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था.  आरती प्रभाकर ने अपनी शुरूआती पढ़ाई-लिखाई टेक्सास में की है. आरती प्रभाकर को साल 1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने राष्ट्रीय मानक और प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएसटी) का नेतृत्व करने के लिए चुना था.आरती प्रभाकर  1997 में वह वेस्ट कोस्ट चली गईं, यहां पर आरती ने सिलिकॉन वैली में पूंजीपति के रूप में एक दशक से ज्यादा का समय बिताया. 2012 में आरती प्रभाकर DARPA का नेतृत्व करने वाली दूसरी महिला बनीं, यहां पर आरती का कार्यकाल 5 साल का था. इस कार्यकाल के दौरान आरती प्रभाकर ने एक जैव प्रौद्योगिकी कार्यालय बनाया. बता दें कि ये कार्यालय फिलहाल कोविड 19 से लड़ने के लिए RNA के टीकों पर काम का बीड़ा उठाए हुए है. 

2019 में आरती प्रभाकर ने  एक्चुएट( Actuate) का गठन किया ,  एक्चुएट( Actuate) एक गैर लाभकारी संस्था है. जो स्थाई उर्जा की दूसरे सोर्स,  स्वास्थ्य से लेकर प्रौद्योगिकी के सही इस्तेमाल के लिए काम करती है. बता दे कि बाइडेन के अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ही बाइडेन बार-बार आरती को अपना  विज्ञान सलाहकार बनाने का दांव लगाते आए हैं.

बिडेन ने  2 ट्रिलियन की रकम सामाजिक और आर्थिक सुधार योजना के लिए खर्च करने की बात कही है इसमें स्थायी ऊर्जा  में निवेश करना भी शामिल है. इस योजना को चीन के साथ मजबूती से खड़ा होने के लिए डिजाइन किया गया है.  ऐसे में विज्ञान सलाहकार के रूप में चुने जाने के बाद आरती का काम विज्ञान के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के एजेंडे को पूरा करने में मदद करना है. बाइडन ने 15 जनवरी 2021 को लिखे एक लेटर में विज्ञान के लिए अपने एजेंडे का जिक्र किया था.

DARPA में काम करने के लंबे अनुभव के साथ आरती प्रभाकर Biden प्रशासन को ARPA-H और नए NSF प्रौद्योगिकी निदेशालय को खड़ा करने में मदद पहुंचाएंगी. पिछले साल, प्रभाकर ने एक श्वेत पत्र लिखा था जिसमें बताया गया था कि सरकार में DARPA मॉडल को कैसे लागू किया जाए.