
आज यानी 7 अक्टूबर को इजरायल में हमास के हमले के 2 साल पूरे हो गए. आज के दिन ही साल 2023 में हमास के लड़ाकों ने इजरायल में हमला किया था. इस हमले में करीब 1200 इजरायली मारे गए थे. जबकि हमास ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा को खंडहर बना दिया. इजरायल ने गाजा पर बमबारी और जमीनी सैन्य कार्रवाई की. जिसमें गाजा पूरी तरह से मलबे के ढेर में तब्दील हो गया. पिछले 2 सालों में इजरायल ने गाजा के इंच-इंच पर हमले किए. जिसमें 65 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. जबकि लाखों फिलिस्तीनियों को टेंटों में रहने को मजबूर होना पड़ा.
गाजा में 54 मिलियन टन मलबा-
इजरायल पिछले 2 साल से लगातार गाजा पर हमले कर रहा है. गाजा पूरी तरह से मलबे में बदल गया है. यूएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक 80 फीसदी इमारतें तबाह हो गई हैं. इसमें 4.5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि 54 मिलियन टन से ज्यादा का मलबा जमा हुआ है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि गाजा में इन मलबों को हटाने में 10 साल का वक्त लगेगा और 1.2 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे.
जमीन को उपजाऊ बनाने में लगेंगे 25 साल-
इजरायल के लगातार हमलों से गाजा की उपजाऊ जमीन भी बंजर हो गई है. गाजा की 15 हजार हेक्टेयर उपजाऊ जमीन में सिर्फ 232 हेक्टेयर जमीन खेती लायक बची है. इसका मतलब हुआ कि 98.5 फीसदी खेती वाली जमीन बंजर हो चुकी है. सिंचाई के लिए बनाए गए 83 फीसदी कुएं टूट चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक गाजा की मिट्टी में विस्फोटक रसायनों का लेवल 3 गुना हो गया है. अगर गाजा की जमीन को फिर से उपजाऊ बनाया जाएगा तो इसमें 25 साल का वक्त लगेगा.
94 फीसदी अस्पताल बर्बाद, 90 फीसदी स्कूल तबाह-
इजरायल ने बमबारी में अस्पतालों और स्कूलों को भी निशाना बनाया है. हमले में गाजा के 90 फीसदी स्कूल और 94 फीसदी अस्पताल तबाह हो गए हैं. हमले से पहले गाजा में 850 स्कूल और 10 यूनिवर्सिटी थे. लेकिन अब कोई भी चालू हालत में नहीं हैं. हमले से पहले गाजा में 36 अस्पताल थे. इसमें से 94 फीसदी अस्पतालों को नुकसान हुआ है. ज्यादातर अस्पताल बंद है. कई अस्पताल आंशिक तौर पर काम कर रहे हैं.
90 फीसदी लोग बेघर-
पिछले 2 साल में गाजा की 80 फीसदी आबादी बेघर हो गई है. गाजा की आबादी 23 लाख थी. अब ज्यादातर लोग टेंटों में जीवन जी रहे हैं. उनकी जिंदगी बिना पानी और बिजली के गुजर रही है. गाजा का 80 फीसदी इलाका मिलिट्री जोन में है. यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक आधे से अधिक लोग भूखमरी से जूझ रहे हैं.
इजरायल के हमले में अब तक 66158 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. इसमें 18430 बच्चे शामिल हैं. 39384 बच्चे ने अपने माता-पिता में से किसी एक को खो दिया है.
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