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एक ट्रक ड्राइवर का बेटा...तो दूसरा इंफोसिस के मालिक का दामाद, जानिए कौन हैं बोरिस कैबिनेट के ये दो मंत्री जिनके इस्तीफे से हिल जाएगी सरकार

ब्रिटेन में बोरिस जॉनसन कैबिनेट के दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद से जॉनसन की सरकार गिरने की उम्मीद है. हालांकि इन दोनों की जगह पर नादिम जाह्नवी को नए वित्त मंत्री और स्टीव बार्कले को नए स्वास्थ्य मंत्री के रूप में नामित किया गया है.

स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद और वित्त मंत्री ऋषि सुनाक (Photo: Aljazeera) स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद और वित्त मंत्री ऋषि सुनाक (Photo: Aljazeera)
हाइलाइट्स
  • ऋषि सुनाक की जगह नादिम जाह्नवी होंगे नए वित्त मंत्री

  • स्टीव बार्कले ने ली साजिद जाविद की जगह

बोरिस जॉनसन की सरकार पर इन दिनों संकट मंडरा रहा है. इसी बीच बोरिस सरकार को दो सबसे वरिष्ठ मंत्रियों ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वाले ये दो मंत्री वित्त मंत्री ऋषि सुनाक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद है. इन दोनों का इस्तीफा बोरिस जॉनसन के गलती स्वीकार करने के बाद आया है. 

दरअसल अपने ऊपर बढ़ते दबाव के बीच बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को स्वीकार किया था कि संसद के एक दागदार सदस्य को सरकार के अहम पद पर नियुक्त करना गलत था. जॉनसन ने कहा था कि उन्हें इस बात का बहुत खेद है कि उन्होंने निलंबित सांसद क्रिस पिंचर के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत का पता होने के बावजूद भी उन्हें डिप्टी चीफ व्हिप के सरकारी पद पर नियुक्त किया. इसके बाद ऋषि सुनाक और साजिद जाविद ने इस्तीफा दे दिया. 

ये मंत्री लेंगे ऋषि सुनाक और साजिद जाविद की जगह
इन दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद मंगलवार देर रात शिक्षा सचिव, नादिम जाह्नवी को नए वित्त मंत्री के रूप में नामित किया गया. जिसके बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने जाह्नवी की नियुक्ति को मंजूरी भी दे दी है. वहीं डेली टेलीग्राफ अखबार के हवाले से आई खबर की मानें तो जॉनसन ने अपने चीफ ऑफ स्टाफ स्टीव बार्कले को अपना अगला स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया है. 

कौन हैं ऋषि सुनाक?
ऋषि सुनाक भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता है. उनका जन्म 12 मई 1980 को साउथेम्प्टन, हैम्पशायर, दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में भारतीय माता-पिता यशवीर और उषा सनक के घर में हुआ था. उनके पिता एक जनरल फिजिशियन थे, और उनकी मां एक फार्मेसी चलाती थीं. सुनक के दादा-दादी ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत में पैदा हुए थे, 1960 के दशक में पूर्वी अफ्रीका से ब्रिटेन में आकर बस गए थे. अपने तीन भाई-बहनों में ऋषि सबसे बड़े हैं. ऋषि की पढ़ाई भी टॉप कॉलेजों से हुई है. सुनक विनचेस्टर कॉलेज, लिंकन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं. निजी जीवन की बात करें तो ऋषि की शादी अगस्त 2009 में अक्षता मूर्ति के साथ हुई थी. ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं. बता दें कि अक्षता भारतीय अरबपति एन.आर. नारायण मूर्ति की बेटी हैं. वह कटमरैन वेंचर्स में निदेशक के रूप में काम करती हैं. वह अपना खुद का फैशन लेबल भी चलाती हैं और ब्रिटेन की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं.

कौन हैं साजिद जाविद?
जॉनसन की कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले दूसरे मंत्री हैं साजिद जाविद. जाविद के माता-पिता पाकिस्तानी मूल के हैं. ये सुनकर शायद आपको हैरानी हो पर पेशे से बैंकर रहे साजिद के पिता बस ड्राइवर थे. जाविद के पिता 1960 के दशक में ब्रिटेन आकर बस गए थे. बस ड्राइवर के रूप में कुछ समय काम करने के बाद साजिद के पिता ने ब्रिस्टल में महिलाओं के अंडरगारमेंट्स की एक दुकान खोली. दुकान के ऊपर ही दो कमरों के मकान में साजिद का पूरा परिवार रहता था. सांसद बनने से ठीक पहले साजिद डॉयच बैंक में प्रबंध निदेशक के पद तक पहुंचे थे. वह पहले वह गृह मंत्री और बिजनेस एंड कल्चर मंत्री भी रह चुके हैं. जाविद ने एक्सटर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. सरकार में अपने पूर्व के कार्यभार को संभालते हुए जाविद ने कई बार भारत की यात्रा की है और भारतीय प्रशासन के साथ बातचीत की है. ब्रिटेन में टाटा स्टील के ऑपरेशन पर जाविद की हमेशा नजर रहती है. 

मंत्रियों का इस्तीफा से क्या पड़ेगा असर?
ऋषि सुनाक और साजिद जाविद दोनों बोरिस सरकार के काफि वरिष्ट नेता थे. यहां तक की जॉनसन को जबरन बाहर करने के बाद सुनक और जाविद दोनों को कंजर्वेटिव पार्टी के भीतर संभावित नेतृत्व के दावेदार के रूप में देखा जा रहा था. उनका जाना प्रधान मंत्री के लिए एक बड़ा झटका इसलिए भी है, क्योंकि दोनों ब्रिटेन के सामने दो सबसे बड़े मुद्दों के प्रभारी थे - जीवन संकट की लागत (cost of living crisis) और कोरोना वायरस महामारी के बाद की स्थिति. ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा कि यह स्पष्ट है कि जॉनसन की सरकार अब दो वरिष्ठ मंत्रियों के इस्तीफे के बाद गिर रही है. स्टारर ने एक बयान में कहा, "सभी तरह की सुस्ती, घोटालों और विफलता के बाद, यह स्पष्ट है कि यह सरकार अब गिर रही है."