
Crosses with the names of Tuesday's shooting victims (Photo:AP/PTI)
Crosses with the names of Tuesday's shooting victims (Photo:AP/PTI) बीते 14 मई को न्यूयॉर्क के बफ़ेलो सुपरमार्केट में हुए एक हमले में 10 लोगों ने जान गंवा दी और तीन लोग घायल हो गए. यह संयुक्त राज्य अमेरिका में इस साल की सबसे घातक मास शूटिंग (Mass Shooting) थी. इस घटना को 10 दिन भी नहीं हुए थे कि एक बंदूकधारी ने टेक्सास में प्राइमरी स्कूल के बच्चों को अपना निशाना बनाया. इस मास किलिंग में 19 बच्चों समेत 21 लोग मारे गए. अमेरिका में इस तरह के हमले लगातार बढ़ रहे हैं.
क्या होती है Mass Shooting
मास शूटिंग या सामूहिक गोलीबारी की कैटेगरी में ऐसे हमले आते हैं, जिनमें शूटर या हमलावर को छोड़कर चार या पांच या इससे ज्यादा लोगों का जान चली जाए. NPR की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अमेरिका में अब तक मास शूटिंग की 213 घटनाएं हो चुकी हैं. साल के मात्र 21-22 हफ्तों में 213 हमले. इसका औसत निकालें तो अमेरिका में हर हफ्ते 10 हमले हो रहे हैं.
यह डाटा गन वायलेंस आर्काइव से मिला है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले साल अमेरिका में इस तरह की 693 मास शूटिंग हुई थीं. और यह न सिर्फ अमेरिका बल्कि आसपास के देश जैसे कनाडा के लिए भी चिंता का विषय बन गया है. क्योंकि अमेरिका में स्कूल में हुए हमले के बाद, कनाडा में भी एक स्कूल के बाहर इस तरह की घटना को अंजाम देने की कोशिश की गई.

AR-15 स्टाइल राइफल है शूटर्स की पसंद
CBS News का एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में AR-15 स्टाइल की राइफल काफी मशहूर है. इनका इस्तेमाल सामान्य अपराध में कम ही किया जाता है. लेकिन, मास शूटिंग में ज्यादातर इसी AR-15 का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके कई कारण हैं.
जैसे इससे निकलने वाली गोली की स्पीड, साउंड की स्पीड से भी तीन गुना तेज होती है. एक हैंडगन की गोली लगभग 800 मील प्रति घंटे के हिसाब से दूरी तय करती है. लेकिन AR-15 की स्पीड इससे तीन गुना तेज है और ज्यादा फोर्स से लगती है.
हैंडगन राउंड में एक बड़ी बुलेट होती है, लेकिन इस AR-15 राउंड में गनपाउडर ज्यादा होता है. राउंड और राइफल दोनों को सेना के लिए 1950 के दशक में डिजाइन किया गया था. AR-15 मे सिर्फ बुलेट की स्पीड ही तेज नहीं होती है बल्कि इससे तेजी से सैंकड़ों गोलियां दागी जा सकती हैं.
अमेरिका में गन रेगुलेशन पर चर्चा तेज
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में कहा कि वे देश में हो रही लगातार मास शूटिंग को देखते हुए गन रेगुलेशन पर जोर देंगे. बाइडेन ने कहा कि अब अमेरिका में स्थिति इतनी बुरी हो गई है कि अब तक जो लोग गन रेगुलेशन के विरोध में थे, वे भी इसके बारे में तर्कसंगत तरीके से सोच रहे हैं.
बाइडेन का कहना है कि हर संभव तरीके से इस पर काम किया जाएगा. चाहे वह गन खरीदने वालों का बारीकी से वेरिफिकेशन ही क्यों न हो. साथ ही, इस बार रिपब्लिकन पार्टी भी इस विषय पर गंभीरता से बातचीत कर रही है. उम्मीद है कि जल्द ही अमेरिका में गन कल्चर पर लगाम लगेगी.
Mass Shootings को रोकने के लिए कनाडा की पहल
वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार हैंडगन रखने पर राष्ट्रीय रोक लगाने के लिए कानून बना रही है. जिससे देश में लोग कहीं भी गन खरीद या बेच नहीं सकेंगे. उनका कहना है कि जिस दिन यह कानून लागू हो जाएगा, कनाडा में हैंडगन खरीदना, बेचना, ट्रांसफर करना या इसका आयात करना संभव नहीं होगा.
साथ ही, कनाडा सरकार को लॉन्ग गन मैगजीन्स को स्थायी रूप से बदलने की जरूरत है ताकि इनसे कभी भी पांच राउंड से अधिक न हो सकें. ट्रूडो ने कहा कि खेल में शूटिंग और शिकार के अलावा, कोई कारण नहीं है कि कनाडा में किसी को भी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में गन रखने की जरूरत हो.
कनाडा का यह नया कानून, जिसे बिल C-21 के नाम से जाना जाता है, अगर लागू हुआ तो इसमें उन फायरमैन के गन लाइसेंस रद्द करने का भी प्रस्ताव है जो घरेलू हिंसा या किसी का पीछा करने जैसे आपराधिक कामों में शामिल हैं.